विधान सभा चुनाव 2023 : पेड न्यूज की निगरानी के लिए केवल चैनलों, एफएम रेडियो, प्रिंट व सोशल मीडिया पर रखी जा रही है 24 घण्टे नजर
ग्वालियर। विधानसभा चुनाव के दौरान जिले में केवल चैनलों एवं एफएम रेडियो से प्रसारित कार्यक्रमों पर 24 घण्टे नजर रखी जा रही है। इसके लिये भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के तहत संभागीय जनसंपर्क कार्यालय परिसर में जिले का मीडिया अनुवीक्षण कक्ष स्थापित किया गया है।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने शुक्रवार को मीडिया अनुवीक्षण प्रकोष्ठ का जायजा लिया। साथ ही इस प्रकोष्ठ में कार्यरत सभी अधिकारी व कर्मचारियों को मुस्तैदीपूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के समय जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार एवं स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। उप संचालक जनसंपर्क एवं सचिव एमसीएमसी मधु सोलापुरकर और सहायक जनसंपर्क अधिकारी हितेन्द्र सिंह भदौरिया ने मीडिया अनुवीक्षण कक्ष की प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
आपको बता दें कि चुनाव में पेड न्यूज की निगरानी के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला स्तर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में मीडिया अनुवीक्षण एवं प्रमाणन समिति (एमसीएमसी) गठित की गई है, ताकि पेड न्यूज की सतत निगरानी की जा सकेगी। एमसीएमसी ही पेड न्यूज के संबंध में निर्णय लेगी। एमसीएमसी द्वारा ही मीडिया सेल (मीडिया अनुवीक्षण प्रकोष्ठ) के जरिए 24 घण्टे इलेक्ट्रोनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया द्वारा प्रसारित होने वाली खबरों की गहन छानबीन की जा रही है। पेड न्यूज साबित होने पर संबंधित प्रत्याशी के निर्वाचन व्यय में पेड न्यूज प्रकाशन पर हुआ खर्च जोड़ा जायेगा।