— हार्टफुलनेस संस्था की ओर से लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान में होगा तीन दिवसीय आयोजन
— महोत्सव में भाग लेने के लिए कराना होगा पंजीयन, प्रवेश रहेगा निःशुल्क, परिवार के साथ ले सकेंगे भाग
— 10 हजार से अधिक विद्यार्थी और नागरिक करेंगे शिरकत, अनेक संस्थाएं और संगठन निभाएंगे भागीदारी
ग्वालियर। हर दिन ध्यान-हर दिल ध्यान जैसे प्रेरणात्मक संदेश के साथ लोगों के जीवन में सुखद बदलाव लाने वाली संस्था हार्टफुलनेस की ओर से लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान में 21 से 23 अप्रैल तक तीन दिवसीय योग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जहां 10 हजार से अधिक लोग जीवन शैली को बेहतर बनाने के साथ जिंदगी को सुखद बनाने के लिए मिलकर असान, प्राणायाम, मुद्रा, यौगिक प्राणाहुति सहित ध्यान का अभ्यास करेंगे।
संस्था की जोनल कॉर्डिनेटर अर्चना शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार एवं डॉ.बिंदु सिंघल ने पत्रकारों को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय यह महोत्सव प्रातः 6 से 7ः30 बजे तक आयोजित किया जाएगा।
महोत्सव के उदघाटन समारोह में संभागीय आयुक्त दीपक सिंह, हार्टफुलनेस के ट्रस्टी संजय सहगल, क्षेत्रीय समन्वय गजेंद्र गौतम, हार्टफुलनेस ट्रेनर गौरख पारुलकर, एलएनआईपीई के कुलपति प्रो. विवेक पाण्डेय एवं जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी अतिथि होंगे।
जोनल कॉर्डिनेटर ने बताया कि हाइपरटेंशन, शुगर, एंग्जायटी, मोटापा जैसी बीमारियों ने घर घर में जगह बना ली है, सरल से योगासनों और प्राणायाम के द्वारा हम इन्हें आसानी से नियंत्रित कर इनसे निजात पा सकते हैं। इस योग महोत्सव में हम न सिर्फ आसन, प्राणायाम का अभ्यास करेंगे, बल्कि यौगिक प्राणाहुति के द्वारा ध्यान के प्रायोगिक सत्र भी आयोजित किये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस ध्यान की खासियत इसकी प्राणाहुति ऊर्जा है, जो प्राणस्य प्राणः के नाम से जीवनी ऊर्जा के रूप में परिभाषित की जा सकती है। यह हृदय पर आधारित सरलतम ध्यान पद्धति है जो आज के व्यस्त जीवन शैली में बहुत सरल तरीके से जिज्ञासु को प्रशिक्षित करते हुए ध्यान, सफाई और प्रार्थना की सरल तकनीकों के माध्यम से प्रारंभ कराई जा सकती है।
इसके नियमित अभ्यास से एक अभ्यासी इसी जीवन में आध्यात्मिक उन्नति के अंतिम सोपान तक पहुँच सकता है।
हार्टफुलनेस पद्धति से ध्यान के लिए और इसके प्रशिक्षण के लिए पूरे विश्व में किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं है। पत्रकार-वार्ता में जिला योग प्रभारी दिनेश चाकणकर, एसडीएम अश्विनी रावत, रुस्तम सिंह गुर्जर, डॉ. लोकेंद्र सिंह कामर, आभा गुप्ता एवं गोपाल सिंह कुशवाह भी मौजूद थे।
इस उम्र के लोग ले सकेंगे भाग
योग महोत्सव में 15 वर्ष से अधिक आयु के लोग भाग ले सकेंगे। अभी तक 10 हजार से अधिक विद्यार्थी तथा नागरिकों ने पंजीयन कराएं हैं, जो कि अपने-अपने संस्थान के गणवेश में आकर अनुशासित तरीके से भाग लेंगे।
अनेक संस्था और संगठन करेंगे शिरकत
तीन दिवसीय योग महोत्सव में शहर की अनेक शैक्षणिक व सामाजिक संस्थाओं के साथ ही विभिन्न योग संगठन भाग लेंगे। जिनमें पतंजलि योग समिति, ब्रह्माकुमारी, आर्ट ऑफ लिविंग, भारतीय योग संस्थान, ग्वालियर योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन, पतंजलि महिला समिति, क्रीड़ा भारती, जिला योग संघ, संस्कार मंजरी, ग्वालियर ग्लोरी, ग्रीन वुड पब्लिक स्कूल, नेहरू युवा केंद्र, एनएसएस आईआईटीटीएम के अलावा ओम योगा स्टूडियो, दीप योगा स्टूडियो एवं युगांतर योगा क्लासेस आदि ने योग महोत्सव में सक्रिय सहभागिता का संकल्प लिया है।