कैरेबियन सागर में अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। अमेरिकी युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों की तैनाती को लेकर राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इसे “अघोषित युद्ध” करार दिया है। शनिवार को मादुरो ने नागरिकों के लिए सैन्य प्रशिक्षण शिविर शुरू किए और जनता से देश की रक्षा के लिए तैयार रहने की अपील की। इसी बीच उनका आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट अचानक ऑफलाइन हो गया, जिससे विवाद और गहरा गया है।
राजधानी काराकास में सैन्य प्रशिक्षण
राजधानी काराकास के पेटारे इलाके की मुख्य सड़क को बंद कर हजारों नागरिकों को हथियार चलाने, मास्क पहनने और प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया गया। सैनिकों ने छोटे-छोटे समूहों में लोगों को युद्धक अभ्यास कराया।
मादुरो ने कहा –
“अगर अमेरिका हमला करता है तो लाखों लोग हथियार उठाने के लिए तैयार रहें।”
सैन क्रिस्टोबल और बारिनास जैसे अन्य शहरों में भी ऐसे प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक भीड़ अपेक्षा से कम रही। वहीं काराकास में केवल 25 बख़्तरबंद वाहनों की परेड दिखाई गई।
अमेरिकी तैनाती और ट्रंप की चेतावनी
लगभग एक महीने पहले अमेरिका ने वेनेज़ुएला के तट के पास अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में आठ युद्धपोत, एक परमाणु पनडुब्बी और एफ-35 लड़ाकू विमान तैनात किए। प्यूर्टो रिको में 2,000 मरीन सैनिक भी भेजे गए। व्हाइट हाउस का दावा है कि यह एक “एंटी-ड्रग ऑपरेशन” है।
अब तक अमेरिकी बेड़े ने तीन स्पीडबोट नष्ट कर दर्जनभर कथित ड्रग तस्करों को मार गिराने का दावा किया है।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी कि यदि वेनेज़ुएला अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को वापस लेने से इनकार करता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इसी सप्ताह 185 वेनेज़ुएलाई नागरिकों को लेकर एक अमेरिकी विमान काराकास पहुंचा। जनवरी से अब तक लगभग 13,000 प्रवासियों को अमेरिका से वापस भेजा जा चुका है।
तेल और संसाधनों की जंग का आरोप
वेनेज़ुएला सरकार का आरोप है कि अमेरिका उसके तेल, सोना और हीरे पर कब्ज़ा करना चाहता है। प्रशिक्षण शिविर में शामिल 16 वर्षीय जॉन नोरेगा ने कहा –
“यह सब हमारे तेल और सोने के लिए है, हम अपने हक के लिए लड़ेंगे।”
रक्षा मंत्री व्लादिमिर पाद्रिनो लोपेज़ ने कहा कि जनता और सेना मिलकर देश की रक्षा करेंगे और इसे “सच्ची सैन्य क्रांति” बताया।
मादुरो पर बढ़ता अंतरराष्ट्रीय दबाव
अमेरिका लंबे समय से मादुरो को ड्रग तस्करी का आरोपी बताता रहा है। 2020 में न्यूयॉर्क की एक अदालत में उन पर अमेरिका में कोकीन भेजने की साजिश का मामला दर्ज हुआ था। हाल ही में अमेरिका ने उनकी गिरफ्तारी पर इनाम बढ़ाकर 50 मिलियन डॉलर कर दिया है। साथ ही 2024 का चुनाव धांधली से जीतने का आरोप भी मादुरो पर लगाया गया है, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का बड़ा हिस्सा अवैध मानता है।
यूट्यूब अकाउंट हुआ बंद
तनाव के बीच राष्ट्रपति मादुरो का आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट अचानक बंद हो गया। इस अकाउंट पर उनके भाषण और साप्ताहिक कार्यक्रम प्रसारित होते थे और इसके 2 लाख से अधिक फॉलोअर्स थे।
वेनेज़ुएला के राज्य संचालित चैनल टेलीसुर ने आरोप लगाया कि गूगल ने बिना कारण अकाउंट हटा दिया है। हालांकि कंपनी की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।