—- रोटरी क्लब की ओर से भारतीय विद्या निकेतन में आयोजित की गई टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम विषय पर वर्कशॉप
ग्वालियर। रोटरी क्लब ऑफ़ ग्वालियर पल्स के तत्वावधान में भारतीय विद्या निकेतन स्कूल में “ट्रैन द टीचर्स“ प्रोजेक्ट के तहत वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रमुख समाज सेवी डॉ. केशव पाण्डेय थे। अध्यक्षता क्लब के अध्यक्ष हरीश पाल ने की। जबकि मोटिवेशनल स्पीकर अंजलि बत्रा एवं मुख्य रिसोर्स पर्सन एवेंजल अथिअल चाको विशिष्ट अतिथि थे।

मुख्य अतिथि डॉ.पाण्डेय ने कहा कि संसार में केवल शिक्षक ही समाज का वो अंग होता है जो दुनिया बदलने की शक्ति रखता है। शिक्षक सदैव विद्यार्थियों के लिए एक रोल मॉडल होता है, क्योंकि विद्यार्थी भी उन्हें अपने माता-पिता से अधिक मानते हैं। शिक्षक की कही हुई हर बात पर अधिक ध्यान देते हैं। साथ ही उसे अक्षरशः पालन करने की कोशिश भी करते हैं। इसलिए शिक्षकों को समय-समय पर दुनिया भर में हो रहे बदलावों के साथ अपने आप को अपडेट करते रहना बहुत आवश्यक है।


यूनेस्को का है खास कार्यक्रम
क्लब के अध्यक्ष पाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनेस्को के हाल ही में किये गए सर्वे से पता चला है कि विश्व के एजुकेशन विज़न 2030 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए अभी 44 मिलियन निपुण शिक्षकों की कमी है। इसी कमी को पूरा करने के लिए यूनेस्को दुनिया के विभिन्न देशों में अवेयरनेस कार्यक्रम आयोजित कर रही है। जिसके तहत देश के विभिन्न स्कूलों में “ हाउ टू बी अ गुड टीचर“ विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य टीचर्स को उत्तम शिक्षक बनने के लिए जरूरी जानकारी मुहैया करना है।

व्यक्तित्व को निखारती है बॉडी लैंग्वेज
समाज सेविका और मोटिवेशनल स्पीकर अंजलि बत्रा ने कहा कि टीचर्स हो या स्टूडेंट को सभी को जीवन में कामयाबी हासिल करने के लिए समय के साथ चलना होता है। उन्होंने बेहतरीन टीचर्स बनने के लिए मौजूदा टीचर्सों को अपना कॉन्फिडेंस को बढ़ाने, सही कम्युनिकेशन अपनाने और उचित बॉडी लैंग्वेज में ढलने के लिए कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
जबकि चाको सर ने मुख्य रिसोर्स पर्सन की भूमिका निभाते हुए टीचर्स को स्मार्ट टीचिंग स्किल्स के बारे में उपयोगी जानकारी प्रदान की। वर्कशॉप में 70 शिक्षकों ने शिरकत की। अंत में वर्कशॉप कोऑर्डिनेटर नीरू पाल ने अतिथियों को सम्मानित किया और सभी शिक्षकों को प्रशस्ति-पत्र व स्मृति चिंह प्रदान किए। इस मौके पर सुश्री शिखा गौर, पल्लवी दुबे, त्र्यंबकेश्वर श्रीवास्तव एवं सुनील जैनल प्रमुख से मौजूद थे।
PostedBy : विजय पाण्डेय