भारत ने आईसीसी वूमेन्स अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है. रविवार (29 जनवरी) को खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट से हराया.
पॉचेफस्ट्रूम| भारतीय महिला टीम ने पहली बार खेले जा रहे अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड (IND W vs ENG W) को सात विकेट से शिकस्त दी। भारत ने जीत के लिए मिले 69 रन के लक्ष्य को 14 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। शेफाली वर्मा की टीम के लिए बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने तो अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन फील्डिंग जीत की सबसे बड़ी वजह रही।इंग्लैंड के केवल चार बल्लेबाज ही दोहरे अंकों तक पहुंच पाए. भारत की ओर से टी. साधू, पार्श्वी चोपड़ा और अर्चना देवी ने दो-दो विकेट चटकाए

अर्चना ने लिया एक हाथ से कैच
भारत के लिए अर्चना देवी ने एक हाथ से जबरदस्त कैच लिया। 12वें ओवर की पहली गेंद को इंग्लैंड की रयाना मैक्डोनाल्ड ने कवर की तरफ खेला। गेंद अर्चना से काफी दूर थी लेकिन उन्होंने हवा में उड़ते हुए एक हाथ से गेंद लपक लिया। रयाना ने इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा 19 रन बनाए।
इससे पहले गोंगाडी तृषा ने भी बाउंड्री लाइन पर बेहतरीन कैच लपका था। यह कैच इंग्लैंड की कप्तान ग्रैस स्क्रिवेंस का था। उन्होंने अर्चना देवी को गेंद को लॉन्ग ऑफ की तरफ खेला। वहां फील्डिंग कर रहे तृषा ने भागते हुए आगे कूदकर गेंद को लपका। ग्रेस स्क्रिवेंस टूर्नामेंट में दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं।

सौम्या ने मारा डायरेक्ट थ्रो
वहीं सौम्या तिवारी ने डायरेक्ट थ्रो मारकर टीम इंडिया को सफलता दिलाई। जोसी ग्रोव्स ने ऑफ साइड में शॉट खेलकर रन चुनाने की कोशिश की। लेकिन सौम्या ने फुर्ती दिखाई और डायरेक्ट थ्रो मारकर उन्हें पवेलियन भेज दिया। इसके अलावा भी फील्डिर्स ने डाइव मारकर बाउंड्री रोकी और इंग्लैंड को सिर्फ 68 रनों पर रोक दिया।
पहली बार महिला टीम को ग्लोबल टाइटल
यह किसी भी भारतीय महिला टीम का पहला वैश्विक खिताब है। सीनियर टीम सभी प्रारूपों में तीन मौकों पर विश्व कप के फाइनल में पहुंची लेकिन हर बार खिताब से दूर रह गयी थी। 2020 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया के हार की बड़ी वजह खराब फील्डिंग थी। लेकिन इस बार युवा टीम की फील्डर्स ने इंग्लैंड को कोई मौका नहीं दि