अमावस्या जब सोमवार के दिन पड़ती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सावन माह की अमावस्या सोमवार 17 जुलाई को है।जो कि खास संयोग और योग से सजी होगी। इस दिन यदि सुहागिनें कुछ खास उपाय के साथ पूजा-अर्चना कर व्रत करेंगी तो उनका दांम्पत्य जीवन सुखद और खुशहाल रहेगा।
अध्यात्म डेस्क। अमावस्या तिथि को पितरों की पूजा और माँ लक्ष्मी के पूजन के लिए बहुत फलदायी माना गया है। कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए भी सोमवती अमावस्या का दिन खास होता तो सुहागिनों के लिए भी इस दिन का विशेष महतव होता है। आइए जानते हैं कि इस दिन सुहागिन महिलाओं को क्या उपाय करने चाहिए जिससे उनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहे।
सुहागिनों के लिए महत्व
सोमवती अमावस्या को शिव-पार्वती के पूजन का खास दिन माना गया है। सनातन परंपरा के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखने पर सुहागिनों को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
शिव-पार्वती की करें पूजा
सोमवती अमावस्या के दिन सुहागिन महिलाएं व्रत करें और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए भगवान शिव व माता पार्वती की विधि-विधान के साथ पूजा करें। ध्यान रखें कि पूजा के बाद भगवान शिव की आरती अवश्य करें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है।
सुहागिनें करें ये खास उपाय
सोमवती अमावस्या के दिन सुहागिन महिलाएं कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें और माता पार्वती को सुहाग की सामग्री अर्पित करें। ऐसा करने से अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है, साथ ही पति की स्वास्थ संबंधी परेशानी दूर होती हैं।
मिलेगा गृह कलेश से छुटकारा
घर-परिवार में यदि पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े की स्थिति बनी हुई है तो सोमवती अमावस्या के दिन गाय को पांच तरह के फल खिलाएं।
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इसके बाद श्रीहरि के मंत्र का जप करते हुए 108 बार तुलसी की परिक्रमा करें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
पीपल के पेड़ की करें पूजा
सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इस दिन सुबह उठकर पीपल के पेड़ को गंगाजल से सींचे। इसके बाद 108 परिक्रमा करते हुए पीपल के पेड़ से कच्चा सूत लपेट कर कामना करें। मान्यताओं के अनुसार, इस उपाय को करते हुए पति की दीर्घायु की कामना करना सुखद और लाभकारी होता है।