— सिलावट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों को राहत दिलाने के दिए निर्देश
ग्वालियर। अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों को हर हाल में तत्काल सहायता प्रदान की जाए। यृद्ध स्तर पर कार्य किया जाए, मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप् जल्द से जल्दा सर्वे पूर्ण कराकर लोगों को राहत राशि वितरित की जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्टतौर पर यह निर्देश दिए।
उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों तक तत्परतापूर्वक सहायता पहुँचाने और सुव्यवस्थित ढंग से राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के लिये जिला प्रशासन सहित सभी विभागों के अधिकारियों की प्रशंसा की और सरकार की ओर से धन्यवाद दिया। प्रभारी मंत्री सिलावट ने इंदौर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों से चर्चा की।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संभाग आयुक्त मनोज खत्री, पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस उप महानिरीक्षक अमित सांघी, पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन सहित जल संसाधन विभाग के अधिकारी शामिल हुए।
संवेदनशीलता के साथ हो सर्वे
प्रभारी मंत्री ने कहा कि बरसात एवं जल भराव से पशुधन, मकान, फसलों इत्यादि को हुए नुकसान का सर्वे संवेदनशीलता के साथ किया जाए। सर्वे का काम शीघ्र पूर्ण कर राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत प्रभावित लोगों को तत्परता से राहत राशि उपलब्ध कराएँ।
बीमारियों से बचाव के हों प्रबंध
सिलावट ने कहा कि जल भराव वाले क्षत्रों में वर्षा जनित बीमारियों से बचाव के लिये स्वास्थ्य विभाग का अमला सजग होकर काम करे। साथ ही वर्षा से क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों को युद्ध स्तर पर दुरुस्त करें। पेयजल स्त्रोतों के शुद्धिकरण और क्षतिग्रस्त हुए विद्युत पोलों व लाइनों को अभियान बतौर दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए।
— कमिश्नर ने दी जानकारी
संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रभारी मंत्री को बताया कि ग्वालियर और चंबल संभाग में स्वास्थ्य विभाग के अमले को सजग कर दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में शासकीय सेवकों को 30 सितम्बर तक छुट्टी नहीं देने के निर्देश दिए गए हैं। सभी अधिकारियों से कहा गया है कि वे समर्पण भाव से वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे व सहायता वितरण का कार्य पूर्ण करें।
कलेक्टर बोलीं सामान्य हुई स्थिति
कलेक्टर ने बताया कि जिले में बरसात रुकने से अब स्थिति सामान्य हो गई है। जल स्तर तेजी से नीचे उतरा है। इसलिए लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं। जिले में लगभग दो दर्जन राहत शिविर वर्तमान में चल रहे हैं। जिले में फसल, मकान, पशुधन को पहुँचे नुकसान के सर्वे का काम भी लगभग पूर्ण हो चुका है। जल्द ही प्रभावित लोगों को सहायता वितरित की जायेगी। उन्होंने जिले में जल भराव क्षेत्र में चलाए गए राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
PostedBy : Vijay Pandey