— ग्वालियर सहित अन्य जिलों के कलेक्टर के साथ वर्चुअल बैठक कर अतिवृष्टि से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की
— राज्य सरकार के मंत्रियों एवं प्रभारी मत्रियों को 24 घंटे के अंदर दौरा करने के दिए निर्देश –मुख्यमंत्री मोहन यादव से फ़ोन पर बात कर पुरे प्रदेश और ग्वालियर चम्बल क्षेत्र में चल रहे रेस्क्यू कार्य के बारे में ली जानकारी।
ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर सहित गुना, शिवपुरी और अशोकनगर के कलेक्टरों के साथ वर्चुअली बैठक की है। उन्होंने बैठक में भारी बारिश से पैदा हुए हालातों और प्रशासन द्वारा लोगों की मदद के लिए किए जाने वाले बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य सरकार के मंत्रियों के साथ ही जिले के प्रभारी मंत्रियों को 24 घंटे के भीतर क्षेत्र का दौरा करने के भी निर्देश दिए।

आपको बता दें कि प्रदेश में अतिवृष्टि से कई इलाके बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। ग्वालियर-चम्बल क्षेत्र में भी भारी बारिश का प्रभाव देखा जा रहा है। जिससे हालात बिगड़े हैं। बांधों के गेट खुलने से कई शहरी व ग्रामीण इलाकों में बाड़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। नदी-नाले उफान पर हैं। सड़कों के धंसकने और पुल पर पानी आने से कई जगह आवागमन भी प्रभावित हुआ है। जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इस स्थिति को देखते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने गुरुवार की सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से फ़ोन पर बात की और प्रदेश की स्थिति के बारे में जाना। इसी के साथ उन्होंने ग्वालियर चम्बल क्षेत्र में चल रहे रेस्क्यू कार्यों की भी जानकारी ली और हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।
कलेक्टरों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने मुख्यमंत्री यादव के साथ बातचीत के बाद ग्वालियर सहित अशोकनगर, शिवपुरी और गुना के कलेक्टर के साथ वर्चुअल बैठक कर स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने क्षेत्र में व्यक्ति, पशु और फ़सल हानि की भी जानकारी ली और निर्देश दिए हर पीड़ित को राहत राशि मिलनी चाहिए। उन्होंने स्थिति बेहतर होने के बाद फसलों के सर्वे का भी निर्देश दिया।
मंत्रियों को दौरा करने के निर्देश
सिंधिया ने राज्य सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट, प्रद्युमन सिंह तोमर और राजेंद्र शुक्ल (उप मुख्यमंत्री) को क्षेत्र का दौरा करने का भी निर्देश दिया। उनका कहना था कि संकट की घड़ी में मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों को आमजन की समस्याओं को सुनकर उन्हें हर संभव मदद दिलाने के प्रयास करने चाहिएं।
PostedBy ; विजय पाण्डेय