अनोखी पहल : रक्षा बंधन पर बहनांं ने सुरक्षित पर्यटन के लिए उठाया बड़ा कदम, शुरू किया मुझे मेरा संकल्प याद है अभियान एक सप्ताह तक 50 पर्यटन स्थलों पर चलेंगी गतिविधियां
ग्वालियर।मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की परियोजना महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल के अंतर्गत शहर में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। रागिनी फाउंडेशन द्वारा संकुल ग्वालियर में कमलराजा हॉस्पिटल के निकट संकल्प सुरक्षित सप्ताह के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां पर्यटन सखियों ने रक्षा सूत्र बांधकर लोगां से ग्वालियर में आने वाली महिला पर्यटकों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने का संकल्प दिलाया।
पर्यटन सखियों ने कॉलेज, स्कूल शिक्षक, पुलिस विभाग, सिक्योरिटी गार्ड, ऑटो चालक, ई-रिक्शा चालक, फुटपाथ पर खड़े हाथ ठेले वालों और राहगीरों को रक्षा सूत्र बांधकर सुरक्षा का संकल्प दिलाया।

आपको बता दें कि ग्वालियर के पर्यटन स्थलों पर आने वाली महिला पर्यटकों में सुरक्षा और सहजता का भाव उत्पन्न करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन परियोजना का संचालन किया जा रहा है।
इसी क्रम में 30 अगस्त से 7 सितंबर तक “मुझे मेरा संकल्प याद है अभियान” चलाया जा रहा है। प्रदेश के 20 संकुल अंतर्गत 50 पर्यटन स्थलों पर विभिन्न कार्यक्रम होंगे। साथ ही संकल्प सुरक्षित पर्यटन विषय पर केंद्रित शुभंकर डिजाइन और लघु फिल्म निर्माण प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है। इच्छुक प्रतिभागी टूरिज्म के सोशल मीडिया हैंडल्स और वेबसाइट के ईवेंट पेज पर प्रतियोगिता में भाग ले सकते है। विजेताओं को विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को पुरस्कृत किया जाएगा।
संकल्प सुरक्षित पर्यटन अभियान की गतिविधि के तहत रेडियो धारावाहिक पर्यटन सखी का प्रसारण किया जा रहा है। आठ सितंबर तक प्रतिदिन प्रात 10.05 बजे और शाम 6ः30 बजे आकाशवाणी से इसका प्रसारण होगा। वहीं पर्यटन सखी कार्यक्रम के लिए भी जिलेवार कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। दूरदर्शन द्वारा परियोजना पर अभियान के दौरान विभिन्न स्थलों पर गतिविधियों की शूटिंग की जाएगी।
रागिनी फाउंडेशन की कोऑर्डिनेटर सना उल्ला खान ने बताया कि अभियान में महिला पर्यटक एवं सुरक्षित पर्यटन विषय पर लघु फिल्म निर्माण और पर्यटन सखी शुभंकर निर्माण प्रतियोगिता के साथ पर्यटन सखी रेडियो धारावाहिक, रक्षा सूत्र बंधन आयोजित की जाएंगी। आयोजन, पर्यटक रक्षा संकल्प व कजरिया भुजरिया उत्सव व सावन के झूले जैसी गतिविधियां भी होंगी। इसमें कोई भी अपनी भागीदारी निभा सकेगा।