समाज को देने की भावना ही असली सेवा है
ग्वालियर।
“समाज को बेहतर बनाने का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है – पहले खुद एक अच्छा इंसान बनना।”
यह प्रेरणादायक विचार व्यक्त किए भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के वरिष्ठ प्रबंधक खलील अहमद ने, जो ‘उद्भव’ संस्था द्वारा आयोजित विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा,
“अगर हर व्यक्ति यह सोचे कि वह समाज को क्या दे सकता है, और उसी भावना से निःस्वार्थ भाव से जुट जाए – तो समाज में चमत्कारिक बदलाव संभव हैं। मैंने हमेशा यह कोशिश की है कि जो कुछ समाज ने मुझे दिया, मैं उसे और बेहतर रूप में लौटाऊं।”
योजनाओं को ज़मीन पर लाना मेरा लक्ष्य रहा है
अहमद ने बताया कि उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि सरकार की योजनाएं केवल कागज़ों तक सीमित न रहें, बल्कि आम नागरिकों तक उनकी पहुँच हो।
उन्होंने ‘गोल्डन जुबली फंड’ योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के तहत ग्वालियर मंडल के आठ जिलों में अब तक तीन लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने स्वयं प्रयास कर ग्वालियर के लगभग हर सरकारी कार्यालय में वृक्षारोपण करवाया है।
पर्यावरण ही नहीं, सामाजिक सद्भाव भी ज़रूरी
खलील अहमद ने कहा,
“हम सिर्फ पेड़ लगाकर अपना दायित्व पूरा नहीं कर सकते। आज जब समाज में तनाव और असहिष्णुता बढ़ रही है, हमें अपने व्यवहार से यह साबित करना होगा कि हम वाकई एक अच्छे इंसान हैं। हम सब ईश्वर की संतान हैं, तो फिर किसी को दुख क्यों पहुंचाएं?”
समाजसेवकों ने सराहा योगदान
वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. केशव पाण्डेय ने खलील अहमद की सेवाओं को सराहते हुए कहा,
“उन्होंने अपने कार्यकाल में जिस ईमानदारी और समर्पण से योजनाओं को लागू किया, वह समाजसेवा का एक आदर्श मॉडल है। तीन लाख पौधे लगवाकर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण में एक अनुकरणीय मिसाल कायम की है।”
इस अवसर पर नगर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महेश मुदगल ने किया और आभार ज्ञापन ‘उद्भव’ संस्था के सचिव दीपक तोमर ने किया।