सागर (मध्य प्रदेश): सागर जिले के सानौधा गांव में उस समय हालात बेकाबू हो गए जब एक युवक द्वारा एक युवती को विवाह से ठीक पहले कथित रूप से भगाकर ले जाने की खबर फैली। इस घटना के बाद दो समुदायों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि इलाके में आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वर्तमान में पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है और प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है।
क्या है पूरा मामला?
घटना शुक्रवार को तब हुई जब एक युवक, जिसे स्थानीय लोग “आपराधिक प्रवृत्ति” का बता रहे हैं, शादी से कुछ ही समय पहले एक युवती को अपने साथ लेकर भाग गया। बताया जा रहा है कि यह युवक लंबे समय से इलाके में अवैध गतिविधियों में लिप्त था और पुरातत्व विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था।
गांव में तनाव, आगजनी और पथराव
लड़की के भाग जाने की खबर के बाद गांव में गुस्से की लहर दौड़ गई। आक्रोशित लोगों ने एक दुकान में आग लगा दी और आसपास के मकानों पर पथराव किया। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और हालात को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
विधायक पहुंचे मौके पर, की शांति की अपील
स्थानीय विधायक प्रदीप लारिया खुद मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह युवक बदमाश किस्म का है और इसने न केवल लड़की को भगाया है बल्कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर गैरकानूनी काम भी कर रहा है। मैंने इस बारे में एसपी, कलेक्टर और मुख्यमंत्री से भी बात की है। अब कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।”
विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि इस युवक के कुछ संबंध स्थानीय पुलिस से भी हो सकते हैं, जिसकी जांच जरूरी है।
पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर
घटना की गंभीरता को देखते हुए सागर के एसपी विकास शाहवाल, एएसपी लोकेश सिन्हा और एसडीओपी प्रकाश मिश्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस पूरे गांव में सतर्कता बनाए हुए है और स्थिति पर लगातार निगरानी रख रही है।
विधायक लारिया ने बताया कि गांव में इस तरह की यह पांचवीं घटना है, और अब समय आ गया है कि प्रशासन सख्त कदम उठाए।सानौधा गांव में हुई यह घटना केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं, बल्कि सामुदायिक सौहार्द के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। प्रशासन की मुस्तैदी से स्थिति अभी काबू में है, लेकिन इस प्रकार की घटनाओं पर रोक के लिए सख्त कार्रवाई और आपसी संवाद की ज़रूरत है।