नई दिल्ली। लंदन में दिए गए बयान को लेकर भाजपा राहुल गॉधी पर हमलावर हो गई है। सड़क से लेकर संसद तक हल्लाबोल मचा रखा है। हंगामे के कारण शुक्रवार को सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने संसद में राहुल गांधी से उनके बयान पर माफी की मांग की है। लेकिन कांग्रेसी राहुल को बोलने की मांग पर अड़े रहे। इसी बीच राहुल गॉधी के चचेरे भाई वरुण गांधी ने भी इशारों-इशारों में राहुल पर कटाक्ष कर उन्हें अपने निशाने पर ले लिया है।
हालांकि वरुण पिछले कुछ महीनों से भाजपा पर ही वार कर अनेक सवाल दाग रहे थे, लेकिन राहुल गॉधी के मामले में अब वे भाजपा के साथ खड़े दिख रहे हैं।
वरुण ने नहीं स्वीकारा ऑक्सफोर्ड का आमंत्रण
वरुण गांधी ने अपने ट्विटर पर एक ट्वीट के जरिए बताया कि उन्हें भी ऑक्सफोर्ड यूनियन में एक बहस के लिए निमंत्रण आया था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने बताया कि भारत की राजनीति नियमित रूप से हमें अपनी नीतियों में सुधार के लिए समालोचना करने और रचनात्मक सुझाव देने का स्थान प्रदान करती है।
I have declined the invitation for a debate at the Oxford Union.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) March 17, 2023
India’s polity regularly offers us a space to critique & provide constructive suggestions to improve our policies.
Subjecting India’s choices & challenges to international scrutiny, for me, is a dishonourable act. pic.twitter.com/4XsZfV9vV4
पत्र लिखकर दिया ऑक्सफोर्ड को जवाब
वरुण गांधी ने ऑक्सफोर्ड को पत्र लिखकर कहा कि उनके द्वारा चुना गया विषय किसी भी बहस के लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत की पसंद और चुनौतियों को अंतरराष्ट्रीय जांच के अधीन करना, एक अपमानजनक कार्य है। लंदन की कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भारतीय लोकतंत्र पर राहुल की टिप्पणियों को लेकर भाजपा के चौतरफा हमले के बीच वरुण गांधी का यह बयान आया है। भाजपा राहुल से माफी की मांग कर रही है तो विपक्ष भी अदाणी मामले पर हंगामा कर रहा है।
विदेश में देश का विरोध अनुचित
वरुण गॉधी ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के रूप में नीतिगत पहलों का अध्ययन और मूल्यांकन करना और संसद के भीतर और अन्य मंचों के माध्यम से प्रतिक्रिया देना उनका काम है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान भारतीय नीति निर्माताओं के सामने देने चाहिए न की अंतरराष्ट्रीय मंचों पर। विदेश में देश का विरोध करना अनुचित है।
वरुण के बचाव में आईं मेनका
वरुण गांधी पर पार्टी विरोधी बयानों के आरोप लगने के बाद उनकी मां मेनका गांधी ने उनका बचाव किया था। उन्होंने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा था कि वरुण केवल देश की बात करते हुए ट्विटर पर लिखते हैं, न की पार्टी का विरोध करते हैं।
गौरतलब है कि वरुण गांधी को कई दफा पार्टी की योजनाओं के विरुद्ध खड़ा देखा गया है। उन्होंने एक बार यह भी कहा था कि वह नेहरू और कांग्रेस के खिलाफ नहीं है, वे केवल देश के लिए काम करते हैं।