प्रधानमंत्री मोदी ने किया ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास एवं सौंद्रर्यीकरण का शुभारंभ
बदल जाएगी स्टेशन की तस्वीर, एयरपोर्ट की तर्ज पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा
राज्यपाल श्री पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान की मौजूदगी में रीवा में हुआ कार्यक्रम
एलएनआईपी में आयोजित शिलान्यास समारोह में ऊर्जा मंत्री तोमर एवं सांसद शेजवलकर की साथ रेलवे के महाप्रबंधक रहे मौजूद
ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को रीवा में आयोजित हुए “राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस” समारोह से ग्वालियर में लगभग 535 करोड़ रुपए की लागत से होने जा रहे रेलवे स्टेशन पुनर्विकास कार्य का वर्चुअल शिलान्यास किया। उन्होंने राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय ग्रामीण विकास व पंचायतीराज मंत्री गिरिराज सिंह सहित केन्द्र व राज्य के अन्य मंत्रिगणों की मौजूदगी में 2300 करोड़ रूपए से अधिक लागत की रेल परियोजनाओं का शिलान्यास, शुभारंभ और लोकार्पण किया। जिसमें ग्वालियर के रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य एवं बिरलानगर से उदीमोड रेलखंड व महोबा खजुराहो उदयपुरा रेलखंड के विद्युतीकरण का लोकार्पण शामिल है।
ग्वालियर में सांसद और मंत्री रहे मौजूद
स्थानीय स्तर पर शिलान्यास समारोह एलएनआईपीई के रविन्द्रनाथ टैगोर सभागार में आयोजित किया गया। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सतीश कुमार व मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष मंचासीन थे। प्रधानमंत्री के मुख्य आतिथ्य में रीवा में आयोजित हुए कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हुआ।
नये आयाम तय करेगा ग्वालियर
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि ग्वालियर बदल रहा है। शहर में विकास के नए-नए आयाम जुड़ रहे हैं। इसी कड़ी में हैरीटेज स्वरूप को बहाल रखते हुए ग्वालियर रेलवे स्टेशन का अत्याधुनिक ढंग से सौंदर्यीकरण व विस्तार होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में सर्व सुविधाओं से सुसज्जित अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट व हवाई सेवाओं का विस्तार, रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण, एलीवेटेड रोड, आगरा से ग्वालियर तक 6 लेन एक्सप्रेस-वे एवं वंदे भारत ट्रेन जैसी सुविधाएँ जुड़ रही हैं। जाहिर है इससे देश के महानगरों से ग्वालियर तक आवागमन आसान होगा, जिससे ग्वालियर औद्योगिक निवेश बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इससे ग्वालियर नये आयाम तय करेगा।
एयरपोर्ट जैसा लगेगा स्टेशन
सांसद शेजवलकर ने कहा कि खुशी की बात है ग्वालियर में इंटरनेशनल एयर टर्मिनल जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं सर सुसज्जित रेलवे स्टेशन का निर्माण होने जा रहा है। भोपाल में बने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की तर्ज पर ग्वालियर का स्टेशन आकार लेगा।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे को भी सर्व समावेशी बनाया जा रहा है। यात्री ट्रेन सहित माल ढ़ुलाई रेलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। भविष्य में रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तरह भव्य नजर आएगा।
कुछ ऐसा होगा रेलवे स्टेशन
महाप्रबंधक कुमार ने ग्वालियर स्टेशन पुनर्विकास के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर रेलवे स्टेशन परिसर में वर्तमान में मौजूद विरासत व स्थानीय कला को संरक्षित व बरकरार रखते हुए स्टेशन का पुनर्विकास किया जायेगा। दिसम्बर 2024 तक रिकॉर्ड समय में स्टेशन पुनर्विकास का कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि 7 सीएस अवधारणा पर स्टेशन का पुनर्विकास प्रस्तावित है। जिसमें सिटी सेंटर अर्थात बाजार का निर्माण, स्टेशन परिसर में अलग-अलग आगमन और प्रस्थान, 19 लिफ्ट व 23 एस्केलेटर लगेंगे। साथ ही साफ-सफाई की अत्याधुनिक तकनीक व कम्युनिकेशन सुविधाएँ, स्मार्ट पार्किंग व्यवस्था, कैफेटेरिया व मनोरंजन की सुविधाओं के लिये पैसेज, दोनों तरफ पिकअप व ड्रॉप ऑफ लेन, वाहनों के प्रवेश व निकास के लिये अलग-अलग द्वार, बस स्टेण्ड व रेलवे स्टेशन के साथ मॉडल इंटीग्रेशन होगा इसके अलावा टिकिट खिड़की एवं यात्री कतार के लिये 130 वाय 255 वर्ग मीटर क्षेत्र उपलब्ध होगा। ग्वालियर स्टेशन कोनकोर्स की चौड़ाई- लम्बाई 72-90 मीटर, क्षेत्रफल 6775 वर्ग मीटर, दो पैदल पुल, आगमन मार्ग की चौड़ाई और कोनकोर्स का आकार 4 मीटर चौड़ा व 3448 वर्ग मीटर क्षेत्र में होगा। रूफ कवरिंग क्षेत्र 44 हजार 679 वर्ग मीटर रहेगा।
कार्यक्रम के अंत में मंडल रेल प्रबंधक झाँसी आशुतोष ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कमल माखीजानी, विनोद शर्मा, अरुण कुलश्रेष्ठ व विनय जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि गण मौजूद थे।