आगरा में बेसिक शिक्षा विभाग ने शहर से लेकर देहात तक चल रहे अमान्य स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है। नगर के खंड शिक्षाधिकारी सुमित कुमार ने चार स्कूलों पर छापेमारी कर तत्काल बंद करने का नोटिस जारी किया।
संत ज्ञान सागर पब्लिक स्कूल कमाल खां में बिना मान्यता के 10वीं तक की क्लासेज चल रही थीं, जबकि मान्यता सिर्फ प्राथमिक स्तर के स्कूल की थी। यही नहीं, स्कूल का संचालन भी गलत तरह से हो रहा था। एसएस पब्लिक स्कूल कमाल खां में नर्सरी से पांचवीं तक अमान्य कक्षाएं चल रही थीं।
संत जीएस कॉलेज ख्वासपुरा में कोई मान्यता नहीं थी, फिर भी 10वीं तक कक्षाएं संचालित थीं। विद्या भारती स्कूल नरीपुरा में प्री-प्राइमरी और जूनियर कक्षाएं बिना मान्यता के चल रही थीं।
अछनेरा में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने छापेमारी कर टीपीएस स्कूल, श्रीमती रामदुलारी इंटर कॉलेज मंगूरा और सफलता कोचिंग सेंटर अकबरा को बिना मान्यता चलते पाया। इन सभी को तत्काल बंद करने का नोटिस दिया गया।
कर्मचारी गए छुट्टी पर
बेसिक शिक्षा विभाग के सैंया खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) दीपक कुमार के अनुचित व्यवहार से परेशान कर्मचारी छुट्टी पर चले गए हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि बीईओ उन पर गलत तरीके से किताबें बांटने और अवैध धन वसूलने का दबाव डालते हैं। मना करने पर निलंबन और वेतन रोकने की धमकी दी जाती है। बीईओ ने कार्यालय के महत्वपूर्ण दस्तावेज और पत्रावलियां अपने पास रख ली हैं।
परेशान कर्मचारियों, जिनमें कार्यालय सहायक अमरेश कुमार, अमित शर्मा, कनिष्ठ लिपिक प्रबल दुबे, कंप्यूटर ऑपरेटर चंद्रवीर, और चपरासी मलखान सिंह व महेश शामिल है। उन्होंने डीएम और मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को लिखित शिकायत दी है। मानसिक उत्पीड़न और अनियमितताओं के विरोध में सभी कर्मचारी सोमवार से 20 जुलाई तक मेडिकल लीव पर चले गए हैं।