🚀 PM मोदी ने खोला पूर्वोत्तर का स्वर्णिम द्वार!🌟
नई दिल्ली में PM नरेंद्र मोदी ने राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025 का उद्घाटन किया। 4.18 लाख करोड़ के निवेश के साथ पूर्वोत्तर अब भारत का प्रथम प्रवेश द्वार! 😍
🌍 पूर्वोत्तर: विकास का नया इंजन
23 मई, 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025 का भव्य उद्घाटन किया। 🏛️ अपने भावुक उद्बोधन में PM ने कहा, “नॉर्थईस्ट के साथ मेरा दिल का रिश्ता है। यह क्षेत्र भारत की अष्टलक्ष्मी है।” 💖 उन्होंने पूर्वोत्तर को ट्रेड, टेक्सटाइल, टूरिज्म और परंपराओं का पावरहाउस बताया। 🌱
💰 4.18 लाख करोड़ का निवेश: औद्योगिक दिग्गजों की घोषणाएं
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि समिट की प्री-समिट गतिविधियों से 4.18 लाख करोड़ के MoU और LoI की संभावनाएं सामने आई हैं। 📈 समिट के पहले दिन ही बड़े औद्योगिक घरानों ने निवेश की घोषणाएं कीं:
- 🏭 अदानी ग्रुप: 50,000 करोड़
- ⚙️ रिलायंस इंडस्ट्रीज: 75,000 करोड़
- 🏗️ वेदांता ग्रुप: 80,000 करोड़
- 🛠️ अंबुजा समूह: 3,000 करोड़
ये निवेश पर्यटन, कृषि, टेक्सटाइल, स्वास्थ्य, शिक्षा, IT, और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में होंगे। 🚀
🗣️ PM मोदी के प्रेरक शब्द
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “एक समय पूर्वोत्तर को frontier region कहा जाता था, लेकिन आज यह विकास का front runner है।” 🌟 उन्होंने पिछले 11 सालों की उपलब्धियों का जिक्र किया:
- 📊 700+ बार केंद्रीय मंत्रियों का दौरा।
- 🏫 शिक्षा, स्वास्थ्य, और खेल में अभूतपूर्व प्रगति।
- ✈️ सड़क, रेल, और हवाई कनेक्टिविटी में सुधार।
PM ने पूर्वोत्तर को अष्टलक्ष्मी करार देते हुए कहा, “नॉर्थईस्ट बायो-इकोनॉमी, बांस, चाय, पेट्रोलियम, और इको-टूरिज्म का पावरहाउस है। यह निवेश और नेतृत्व के लिए तैयार है!” 💪
🌊 सिंधिया का विजन: इकोनॉमी, इकोलॉजी, और इमोशन
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “PM मोदी ने पूर्वोत्तर को विकास का अंतिम द्वार से प्रथम प्रवेश द्वार बना दिया।” 🚪 उन्होंने बताया:
- 💸 पिछले 10 साल में 6.75 लाख करोड़ का बजटीय समर्थन।
- 📊 5.5 लाख करोड़ का टैक्स डेवल्यूशन (5 गुना वृद्धि)।
- 🏦 5 लाख करोड़ का ग्रांट-इन-एड (2 गुना वृद्धि)।
सिंधिया ने पूर्वोत्तर को इकोनॉमी, इकोलॉजी, और इमोशन की त्रिवेणी बताया और कहा कि यह भारत का इंटरनेशनल गेटवे बनेगा। 🌐
🏞️ पूर्वोत्तर की ताकत
पूर्वोत्तर की विविधता उसकी सबसे बड़ी ताकत है:
- 🍃 बायो-इकोनॉमी: चाय, बांस, और जैविक उत्पाद।
- 🏞️ पर्यटन: इको-टूरिज्म और सांस्कृतिक धरोहर।
- ⚡️ ऊर्जा: प्राकृतिक गैस और पनबिजली का पावरहाउस।
PM मोदी ने इसे विकसित भारत 2047 का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।