ग्वालियर में कलेक्टर और निगमायुक्त ने किया मुरार नदी जीर्णोद्धार कार्यों का निरीक्षण
ग्वालियर। नमामि गंगे योजना के तहत मुरार नदी के जीर्णोद्धार के लिये किए जा रहे कार्यों का कलेक्टर रुचिका चौहान एवं नगर निगम आयुक्त संघप्रिय ने विभागीय अधिकारियों के साथ स्थल पर पहुँचकर निरीक्षण किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल एवं अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे।
ड्रोन से होगा मुरार नदी का सर्वेक्षण, 7 दिन में रिपोर्ट के निर्देश
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि:
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मुरार नदी में गिरने वाले गंदे पानी के स्रोतों को ड्रोन के माध्यम से चिन्हित किया जाए।
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अतिक्रमण की पहचान कर सात दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
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चिन्हित अतिक्रमण पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
मुरार नदी सौंदर्यीकरण और सफाई अभियान को मिलेगा बढ़ावा
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कहा कि:
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मुरार नदी के आसपास का सौंदर्यीकरण कार्य विभागीय योजनाओं और जनभागीदारी से किया जाए।
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बरसात से पहले नदी से गाद हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
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वृक्षारोपण कार्य को जन आंदोलन का रूप दिया जाए।
निगमायुक्त ने दी योजना की जानकारी
नगर निगम आयुक्त संघप्रिय ने बताया कि:
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योजना के तहत निरंतर कार्य चल रहे हैं।
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ड्रोन सर्वे के ज़रिए नदी में मिलने वाले गंदे पानी और अतिक्रमण को चिन्हित कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जनभागीदारी से बन रहा मुरार नदी अभियान एक जन आंदोलन
पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने कहा कि:
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मुरार नदी के संरक्षण हेतु जनभागीदारी आवश्यक है।
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संतों के सानिध्य में जुलाई में शुरू हुआ यह अभियान, अब एक वृहद जन आंदोलन बन चुका है।
✅ निष्कर्ष: ड्रोन तकनीक और जन सहयोग से होगी मुरार नदी की सफाई
मुरार नदी जीर्णोद्धार अभियान अब प्रशासन, नागरिक और जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों का प्रतीक बन चुका है। ड्रोन तकनीक से न केवल सटीक निरीक्षण होगा, बल्कि गंदे पानी और अतिक्रमण पर तेजी से कार्रवाई संभव होगी। यह अभियान ग्वालियर शहर के पर्यावरण और जल स्रोतों के संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है।