मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को आखिरकार अमेरिका से भारत लाकर एनआईए (NIA) कोर्ट में पेश किया गया। यह कदम 26/11 मुंबई हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
✈ अमेरिका से दिल्ली तक की ट्रांजिट
गुरुवार शाम लगभग 6:30 बजे अमेरिकी गल्फस्ट्रीम जी-550 विमान ने दिल्ली के पालम टेक्निकल एयरपोर्ट पर लैंड किया। यहां तहव्वुर राणा का मेडिकल परीक्षण किया गया, जिसके बाद उसे सीधे एनआईए मुख्यालय ले जाया गया।
⚖ कोर्ट में पेशी और 14 दिन की हिरासत
राणा को कड़ी सुरक्षा के बीच पटियाला हाउस कोर्ट में विशेष एनआईए जज चंद्रजीत सिंह की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट में बंद कमरे (इन-कैमरा प्रोसीडिंग) में सुनवाई हुई, जिसमें केवल जज, वकील और स्टाफ मौजूद रहे।
एनआईए की ओर से वरिष्ठ वकील दयान कृष्णन और विशेष सरकारी वकील नरेंद्र मान ने पक्ष रखा, जबकि तहव्वुर राणा की ओर से पीयूष सचदेवा ने पैरवी की। सुनवाई के बाद कोर्ट ने तहव्वुर राणा को 14 दिनों की एनआईए हिरासत में भेज दिया।
🇺🇸 अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिकी न्याय विभाग ने राणा के प्रत्यर्पण को “पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम” बताया। विभाग ने कहा कि 26/11 के हमलों में मारे गए 6 अमेरिकी नागरिकों समेत सैकड़ों लोगों को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।
🗣️ आर. के. सिंह का बयान
केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने इस घटनाक्रम को भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति का परिचायक बताया। उन्होंने कहा—
“ये एक बड़ा संदेश है कि भारत पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हों।”