चेम्बर ऑफ कॉमर्स की ओर से ग्वालियर अंचल के व्यापारिक एवं औद्योगिक विकास पर संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए शिवराज सिंह, विरोध प्रदर्शन करने वाले व्यापारियों पर लगे मुकदमे होंगे वापस, माधव प्लाजा के दुकानदारों से नहीं लिया जाएगा विलंब शुल्क
ग्वालियर। औद्योगिक विकास के बिना किसी भी प्रदेश या देश का विकास नहीं हो सकता है। व्यापारियों को व्यापार के लिये हर सुविधा मिले, यह प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चौतरफा जो विकास हुआ है उसमें व्यापारियों और उद्योग धंधों का बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात कही।
ग्वालियर अंचल के व्यापारिक एवं औद्योगिक विकास पर मध्यप्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज ग्वालियर की ओर से आयोजित संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यापारियों एवं उद्योगपतियों के हित में कई घोषणाएँ कीं।
उन्होंने व्यापारियों की बहुप्रतीक्षित गार्वेज शुल्क को लेकर चल रही मांग पर इसका युक्तियुक्तिकरण करने की घोषणा की। इसके साथ ही सोना, चाँदी पर बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी के विरोध में किए गए आंदोलन व प्रदर्शन के समय व्यापारियों पर दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस लेने के साथ ही मुख्यमंत्री ने व्यापारियों की अन्य मांगों को भी स्वीकार करते हुए उनके हित में अनेक बड़ी घोषणा कीं।
कार्यक्रम में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, सभापति मनोज तोमर, भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संदीप नारायण अग्रवाल सहित चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थे।

व्यापारियों के हित में की गईं घोषणा
मुख्यमंत्री चौहान ने व्यापारियों की मांग पर ट्रांसपोर्ट नगर में उच्च गुणवत्ता की सीमेंट क्रॉन्क्रीट सड़क बनाए जाने की मांग पर उनके निर्माण हेतु धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की। इसके साथ ही औद्योगिक क्षेत्र को संपत्तिकर मुक्त किए जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि इसका परीक्षण कराया जायेगा। औद्योगिक क्षेत्र में व्यापारियों पर दो टैक्स न लगें, यह सुनिश्चित करेंगे। ग्वालियर विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए माधव प्लाजा में व्यापारियों से विलम्ब शुल्क न लिए जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने वादा किया कि नगर निगम के नामांतरण को संपत्ति की रजिस्ट्री से जोड़ने की व्यवस्था भी होगी। इसके साथ ही प्रोफेशनल टैक्स के संबंध में शासन स्तर से गंभीरता से विचार किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों के संबंध में कहा कि जल उपभोक्ताओं के बकाया बिलों के लिये विद्युत विभाग की तरह ही योजना बनाकर जल उपभोक्ताओं के लंबित बिलों का निराकरण किया जायेगा। इसके लिये शासन स्तर से शीघ्र ही रणनीति बनाकर कार्रवाई की जायेगी। इसके साथ ही व्यापारी की सुरक्षा, सरकार की प्राथमिकता है। आवश्यक हुआ तो इसके लिए कानूनों में भी प्रावधान किया जायेगा।

हर तरफ विकास की लहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की सकल विकास दर में पहले मध्यप्रदेश 3 प्रतिशत का योगदान देता था, वह बढ़कर अब 4 प्रतिशत से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि 2003 से पहले जहाँ मध्यप्रदेश का बजट 21 हजार करोड़ था, उसे बढ़ाकर हमने 3 लाख 14 हजार करोड़ रुपए किया है। इसी प्रकार पहले मध्यप्रदेश में 47 लाख हैक्टेयर में सिंचाई होती थी, अब 65 लाख हैक्टेयर में सिंचाई होती है। मध्यप्रदेश में हर क्षेत्र में विकास का परचम लहराया है।
विकास को मिली नई पहचान
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सिंधिया परिवार ने 1906 में चेम्बर ऑफ कॉमर्स की स्थापना की थी, तभी से चेम्बर व्यापार और उद्योगों के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में देश ने विकास के कई आयाम स्थापित किए हैं। विकास की दौड़ में अब हमारा देश पाँचवे स्थान पर है। जिसे तीसरे स्थान पर लाने के लिये देश तेजी से कार्य कर रहा है। देश के विकास में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में चेम्बर के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने व्यापारियों के हित में गार्वेज शुल्क के युक्तियुक्तकरण, प्रोफेशनल टैक्स को समाप्त करने, औद्योगिक क्षेत्र को संपत्तिकर से मुक्त रखने, ट्रांसपोर्टनगर में सड़कों के निर्माण तथा व्यापारियों पर लगे मुकदमे वापस लेने की मांग रखी। इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।