निगम के अफसरों को मौके पर बुलाकर की बैठक, उपायुक्त ने समस्याओं के निराकरण का दिलाया भरोसा
ग्वालियर। उद्योगों में होने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए चेंबर ऑफ कॉमर्स ने समस्या निवारण अभियान की शुरुआत कर एक सार्थक पहल की है। इसके तहत प्रत्येक माह के दूसरे व चौथे शनिवार को शहर में स्थापित औद्योगिक क्षेत्रों की स्थानीय समस्याओं का निराकरण प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से कराया जायेगा।
अभियान का आगाज बाराघाट औद्योगिक क्षेत्र में चेंबर के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल की अध्यक्षता में एक समस्या-समाधान बैठक के आयोजन के साथ हुआ।
बैठक में उपाध्यक्ष डॉ. राकेश अग्रवाल, मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल, मानसेवी संयुक्त सचिव पवन कुमार अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संदीप नारायण अग्रवाल, बाराघाट इण्डस्ट्रियल एरिया के अध्यक्ष सोबरन सिंह तोमर, नगर निगम के उपायुक्त एपीएस भदौरिया, मप्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लि. के डीई एसपीएस तोमर एवं टीआई शैलेन्द्र भार्गव सहित बाराघाट औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित इकाईयों के अनेक संचालक मौजूद थे।
इस दौरान डॉ. अग्रवाल ने कहा कि चेम्बर
की नवीन टीम ने उद्योगों की स्थानीय समस्याओं मुख्यतः नगर निगम व विद्युत से संबंधित समस्याओं पर फोकस करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ औद्योगिक क्षेत्र में ही बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया है। उद्योंगों की जो समस्याएं सामने आएंगी, आगमी बैठक तक उनका निराकरण हो जाए यह सुनिश्चित किया जायेगा।
संचालकों ने गिनाईं समस्याएं
-पांच वर्ष से नामांतरण्या नहीं किया जा रहा है। वहीं अधिकांश इकाईयों को संपत्ति कर जमा की जो रसीद दी जाती है, उसमें काबिज शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
-औद्योगिक क्षेत्र की जो जमीन है, उस पर लगातार अतिक्रमण किया जा रहा है। ग्रीन बेल्ट की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। प्र
-प्रारंभ में लोगों ने चाय का ठेला-गुमटियां लगाईं उसके बाद वहां पक्का निर्माण कर लिया है और दिनों-दिन यह निर्माण बढता ही जा रहा है।
- औद्योगिक क्षेत्र की सड़क 40 फीट के स्थान पर 15-17 फीट की रह गई।
-बाराघाटा औद्योगिक क्षेत्र की लगभग 60 प्रतिशत स्ट्रीट लाइट विगत अगस्त माह से बंद पड़ी हुई हैं, जिसके कारण क्षेत्र में अंधेरा रहता है।
-औद्योगिक क्षेत्र में नियमित सफाई नहीं होती है। नालियों से जो कचरा निकाला जाता है, उसे वहीं पास में रख दिया जाता है, उसे उठाया नहीं जाता है, जिससे वह कचरा पुनः नालियों में भर जाता है। – विद्युत की ट्रिपिंग होने से हमें काफी नुकसान होता है। इसका निराकरण किया जाना चाहिए। - परिसर के सामने रेत के डम्पर खड़े होते हैं। पूर्व में सिर्फ खड़े होते थे, अब रेत की छोटे वाहन में लोडिंग अनलोडिंग होती है, जिससे काफी परेशानी होती है।
मौके पर मौजूद उपायुक्त श्री भदौरिया ने कहा कि जिन इकाईयों के नामांतरण प्रकरण नगर निगम में लंबित हैं वे उसकी फाइल कॉपी निगम को उपलब्ध करा दें, जिन प्रकरण में प्रेस विज्ञप्ति प्रकाशित हो चुकी है, उनका नामांतरण एक सप्ताह में कर दिया जायेगा। जो नामांतरण कराने के इच्छुक हैं, ऐसे उद्योगपति जनमित्र समाधान केन्द्र पर जाकर अपनी फाइल जमा करा दें। उन सभी को 25 दिवस में नामांतरण कराकर मैं स्वयं उनके संस्थान पर जाकर नामांतरण की प्रति सौंपूगा। बाराघाट औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन द्बारा स्थाई व अस्थाई अतिक्रमणों की सूची हमें उपलब्ध कराई जाए तो हम उन पर कार्यवाही करेंगे। स्ट्रीट लाइट्स – सप्लाई करने वाली एलईडी कंपनी लाइट्स नहीं बदल रही थी, जिसके कारण यह परेशानी थी। शीघ्र ही औद्योगिक क्षेत्र की लाईट्स को बदल दिया जायेगा। औद्योगिक क्षेत्र में नियमित सफाई सुनिश्चित की जाएगी। अगले सप्ताह औद्योगिक क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा जिससे संपूर्ण क्षेत्र का भ्रमण कर, सफाई, अतिक्रमण आदि को चिन्हित कर, कार्यवाही की जायेगी।
बिजली कंपनी के डीई श्री तोमर ने कहा कि यह सुनिश्चित करेंगे कि मेंटेनेंस कार्य के लिए विद्युत केवल रविवार को बंद की जाये। आकस्मिक स्थिति में विद्युत बंद करना पड़ेगी तो इसकी सूचना आपको दी जायेगी।
टीआई श्री भार्गव कहा कि पुलिस से संबंधित शिकायतों पर प्रभावी कार्यवाही की जायेगी।
स्ांचालन बाराघाट औद्योगिक क्षेत्र के उपाध्यक्ष संतोख सिंह ने तथा अध्यक्ष सोबरन सिंह तोमर ने आभार व्यक्त किया।
बैठक में बाराघाट औद्योगिक क्षेत्र के सचिव विनीत भदौरिया, कोषाध्यक्ष धर्मेन्द्र अग्रवाल, राजीव गुप्ता, कक्का, सनहित कुकरेजा,धीरज रोहिरा, वेदांत छापरवाल, मनमोहन छापरवाल, रोहित कपूर, सुरेश बनवानी, अशोक बिजपुरिया, शैलेष गुप्ता, राजकुमार जैन, सौरभ गुप्ता, राजीव भाटिया , दीपक अग्रवाल, हर्ष अग्रवाल, पंकज गुप्ता, सुधीर भदौरिया, जयदीप गाबरा, सुरेन्द्र सिंह जुनेजा और विवेक सेठ प्रमुख रूप् से मौजूद थे।