मोहिनी एकादशी पर मंदिरों में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना कर की सुख, शांति की कामना
ग्वालियर। भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार की प्रतीक मोहिनी एकादशी रविवार को श्रद्धा भाव के साथ मनाई जा रही है। शहर के विभिन्न मंदिरों में एकादशी का व्रत रखने वालों के साथ ही श्रीहरि के उपासक द्वारा विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। वर्षभर के एकादशी में मोहिनी एकादशी खास महत्व होने के कारण अनेक श्रद्धालु व्रत और पूजा -अर्चना कर सुख, शांति और खुशहाली के लिए कामना कर रहे हैं। रविवार के दिन शुभ योगों का संयोग होने से एकादशी का महत्व बढ़ गया है।
पंडितों और ज्योतिषियों के मुताबिक धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन जो व्यक्ति व्रत करता है। उसे मोह माया से छुटकारा मिल जाता है। जीवन में सफलता मिलती है। मोहिनी एकादशी पर आज हस्त नक्षत्र सिद्धी योग, सर्वार्थ सिद्धि योग एवं अमृत सिद्धि योग के कारण इस बार व्रत का महत्व और अधिक बढ़ गया है।
सजा फूल बंगला लगे 56 भोग
सनातन धर्म मंडल की ओर से भगवान चक्रधर का 80वां प्रतिष्ठा उत्सव एवं मंडल का 98वां स्थापना दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सुबह भगवान के श्री विग्रहों का अभिषेक किया गया। सुबह 9 बजे भगवान चक्रधर एवं श्री गिरिराजधरण का वेदाक्त अभिषेक किया गया। इस दौरान आकर्षक फूल बंगला सजाया गया। भक्तों ने भगवान चक्रधर एवं गिरिराजधरण की आरती उतारी।
शहनाई वादन के साथ भगवान चक्रधर की आराधना की गई। महाआरती के बाद संतो का सम्मान किया गया। मुख्यअतिथि पूर्व न्यायाधीश एनके मोदी ने जबलपुर के संत अखिलेश्वरानंद का चक्रधर संत सम्मान से अलंकृत किया। शाम को मंदिर में भगवान चक्रधर को छप्पन भोग लगाए गए।
इस मौके पर प्रधानमंत्री महेश नीखरा, हरिशंकर सिंघल, राकेश बंसल, विमल महेश्वरी, अध्यक्ष कैलाश चन्द्र मित्तल, विमल महेश्वरी, कैलाशनारायण गर्ग, प्रदीप सिंघल, केदार नाथ गुप्ता एवं संजय सिंघल प्रमुख रूप से मौजूद थे।
लक्ष्मीनारायण मंदिर पर उमड़ी श्रद्धा
जनकगंज स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, फालका बाजार स्थित श्रीराम मंदिर, ठाटीपुर स्थित द्वारिकाधीश मंदिर एवं गांधी नगर स्थित रामलला मंदिर में सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है। भक्त अपने आराध्य की पूजा अर्चना कर खुशहाली की कामना की।