प्रधानमंत्री मोदी का जम्मू-कश्मीर दौरा रद्द
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 19 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर दौरा निर्धारित था। इस दौरे में कटरा से श्रीनगर को जोड़ने वाली रेल परियोजना और चिनाब नदी पर बने पुल का उद्घाटन प्रस्तावित था। लेकिन अचानक मौसम विभाग की चेतावनी के चलते प्रधानमंत्री का यह दौरा रद्द कर दिया गया।
यह दौरा ऐसे समय रद्द हुआ जब कश्मीर घाटी में पर्यटकों की भीड़ लगी हुई थी और आने वाले समय में अमरनाथ यात्रा भी शुरू होने वाली है।
पहलगाम में आतंक का तांडव: 26 निर्दोषों की जान गई
मंगलवार को पहलगाम की बैसरन घाटी, जो अभी कुछ दिन पहले तक पर्यटकों से भरी थी, एक खौफनाक आतंकी हमले का शिकार बन गई। इस हमले में 26 लोगों की जान गई और घाटी की खूबसूरती को जैसे किसी ने लहूलुहान कर दिया।
हमले के बाद पहलगाम में सन्नाटा पसरा हुआ है, सेना और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है और बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
किसने ली हमले की जिम्मेदारी?
लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने सेना की वर्दी और कुर्ता-पजामा पहन रखा था और घने जंगलों से निकल कर गैर-मुस्लिमों को टारगेट कर गोलीबारी शुरू कर दी।
कश्मीर में 6 साल बाद फिर से बंद
इस भयावह घटना के बाद कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद पहली बार बंद का ऐलान किया गया। स्कूल, कॉलेज बंद रहे और आम जनजीवन ठप हो गया।
टारगेट करके मारने की TRF की रणनीति
TRF की रणनीति 90 के दशक के कश्मीर आतंकवाद की याद दिलाती है। यह संगठन खासतौर पर गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाकर घाटी में डर का माहौल बनाना चाहता है। कश्मीरी पंडितों को भी कई बार इसका निशाना बनाया गया है।
घटना के बाद और सतर्क रहने की जरूरत
भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को इस घटना के बाद और सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर अमरनाथ यात्रा के शुरू होने से पहले। पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना अब अनिवार्य हो गया है।