फेसबुक मैसेंजर और इंस्टाग्राम में यूजर का अनुभव बेहतर बनाने पर काम कर रही है। कंपनी यूजर्स को इन ऐप्स पर पैरेंटल (अभिभावक) कंट्रोल टूल्स की सुविधा पेश करने जा रही है। इन टूल्स की मदद से यूजर्स अपने बच्चों की ऐप एक्टिविटी पर नजर रख सकेंगे।
टेक डेस्क। फेसबुक की टेक्नोलॉजी कंपनी मेटा अपने पॉपुलर प्लेटफॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पैरेन्ट्स कंट्रोल को बेहतर बना रही है। अगर आप या आपके बच्चे फेसबुक आर इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है। दरअसल मेटा अपने दोनों ही प्लेटफॉर्म फेसबुक मैसेंजर और इंस्टाग्राम के लिए कुछ नए टूल्स पेश पेश करने जा रहा है। इन नए टूल्स को मेटा फैमिली सेंटर से इस्तेमाल किया जा सकेगा
टूल्स से किन कामों को कर सकेंगे पैरेन्ट्स?
मेटा के मुताबिक नए टूल्स की मदद से पैरेन्ट्स अपने बच्चों के बारे जानकारी रख सकेंगे कि वे कितनी देर इंस्टाग्राम और मैसेंजर पर एक्टिव हैं। हालांकि, इन टूल्स की मदद से पैरेंट्स बच्चों के मैसेज नहीं चेक कर सकेंगे।
कंपनी का कहना है कि इंस्टाग्राम पर ऐसी सुविधा पेश की जा रही है, जिसमें इंस्टाग्राम की ओर से 18 साल तक के बच्चों को ऐप पर ज्यादा समय बिताने पर नोटिफिकेशन भेजा जाएगा। प्लेटफॉर्म पर 20 मिनट से ज्यादा एक्टिव रहने पर इंस्टाग्राम की ओर से यूजर को ऐसा नोटिफिकेशन मिलेगा। हालांकि यूएस, यूके और कनाडा में पहले से ही यह सुविधा प्रदान की जा रही है।
भारत में अपने यूजर्स को लुभाने के लिए कंपनी इन टूल्स को आने वाले समय में पेश करने की तैयारी में है। इतना ही नहीं, अगले साल इन टूल्स में कुछ नए फीचर्स को भी पेश किया जाएगा।
फालतू मैसेज से मिलेगा छुटकारा?
मेटा ने कहा है कि कंपनी इंस्टाग्राम और मैसेंजर के लिए ऐसे टूल्स पेश करेगा, जिनकी मदद से अनवान्टेड इंटरेक्शन से बचा जा सकेगा। यानी इंस्टाग्राम पर किसी अनजान यूजर की ओर से डायरेक्ट मैसेज से बचा जा सकेगा। तो फिर आप आसानी से सारी समस्याओं का समाधान कर सकेंगे।