ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्र में हर वर्ष चार मेले का आयोजन करेगी प्रदेश सरकार राज्य मंत्री भारत सिंह ने किया भगवान आशुतोष महादेव मेले का भव्य शुभारंभ
ग्वालियर। मेला हमारी सांस्कृतिक पहचान हैं। मेलों के आयोजन से मेलजोल बढ़ता है और आपसी भाईचारा व एकता मजबूत होती है। प्रगति के नए रास्ते खुलते हैं। इस बात को ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार द्वारा मेलों के आयोजन के लिये आर्थिक मदद दी जा रही है। क्योंकि मेले संस्कृतियों का संगम कराते हैं। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने ग्राम बंधौली में भगवान आशुतोष महादेव मेला का शुभारंभ समारोह में यह बात कही।
उन्होंने बताया कि बंधौली में इस साल राज्य शासन के तीर्थ स्थल एवं मेला प्राधिकरण के तत्वावधान में यह मेला लगाया गया है। अब बंधौली के अलावा ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत भदावना, कुलैथ और बिल्हारी वाली माता पर लगने वाले मेले भी राज्य शासन द्वारा लगाए जाने का निर्णय लिया गया है। राज्य मंत्री ने कहा कि इस साल मेले के आयोजन पर सरकार ने तीन लाख रुपए की धनराशि खर्च की है। अगले साल से इस मेले को और भव्य रूप प्रदान किया जायेगा। मेले में उत्कृष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। उन्होंने कहा कि मेले में इस साल दंगल भी शासकीय खर्चे पर आयोजित हो रहा है। अगले साल से इस मेले के आयोजन पर पाँच लाख रुपए खर्च किए जायेंगे। पर्यटन तीर्थ स्थल बनेगा भदावना मुरार ग्रामीण क्षेत्र के प्रसिद्ध भदावना तीर्थ स्थल को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने का निर्णय भी सरकार ने लिया है। इसके लिये डेढ़ करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई है। उन्होंने कहा केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा मुरार ग्रामीण क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के विस्तार के लिये बड़ी धनराशि उपलब्ध कराई है, जिसकी बदौलत क्षेत्र में बड़ी-बड़ी सड़कों का जाल बिछा है। साथ ही हर गाँव में घर-घर अब नल की टोंटी से पानी मिलने लगा है। लाड़ली बहना व किसान सम्मान निधि जैसी योजना क्रांतिकारी साबित हो रही हैं। उन्होंने इस अवसर पर किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने का आह्वान भी किया। शुभारंभ समारोह में संतश्री ऋषभ देवानंद महाराज समेत लाल टिपारा व रानी घाटी गौशालाओं के संतजन तथा माँ अहिल्यादेवी बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र पाल व जनपद पंचायत मुरार के अध्यक्ष दिलराज किरार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मंचासीन थे।