मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर शुरू हुई “राहवीर योजना” में ग्वालियर की मनीषा अग्रवाल को राज्य की पहली “राहवीर” बनने का सम्मान मिला है। इस योजना के तहत सड़क हादसों में घायल लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिकों को “राहवीर सम्मान पत्र” और 25 हज़ार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
हादसे के वक्त मनीषा ने दिखाया साहस
14 अगस्त को मनीषा अपनी बेटी को अस्पताल से घर लेकर लौट रही थीं। रास्ते में जीवाजी क्लब के पास उन्हें एक युवक खून से लथपथ सड़क किनारे पड़ा मिला। मौके पर मौजूद लोग वीडियो बना रहे थे, लेकिन कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया।
मनीषा ने कई बार लोगों से घायल को अस्पताल ले जाने की अपील की, लेकिन जब किसी ने मदद नहीं की तो उन्होंने खुद ही एक ऑटो रोका और घायल को जयारोग्य अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन किया और “गोल्डन ऑवर” में इलाज मिलने से युवक की जान बच गई।
सरकार ने दिया सम्मान
मनीषा के इस साहस और संवेदनशीलता को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने उन्हें “राहवीर सम्मान” के लिए चुना। उन्हें सम्मान पत्र के साथ 25 हज़ार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
मनीषा अग्रवाल का यह जज़्बा समाज के लिए प्रेरणा है और इस योजना के तहत और भी लोग आगे आकर मदद के लिए प्रेरित होंगे।