रतलाम।
केंद्रीय संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज रतलाम में आयोजित ‘माधव रत्न सम्मान’ समारोह में शामिल हुए। यह कार्यक्रम स्वर्गीय श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी की पुण्य स्मृति में आयोजित किया गया था। समारोह में जिले की 16 प्रतिष्ठित विभूतियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
परिवार का हिस्सा हूं, जनप्रतिनिधि नहीं: सिंधिया
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सिंधिया ने भावुकता से कहा,
“मैं यहां जनप्रतिनिधि बनकर नहीं, बल्कि आपके परिवार का सदस्य बनकर आया हूं।”
उन्होंने याद दिलाया कि कैसे उनके पूज्य पिताजी ने ग्वालियर के साथ-साथ रतलाम, नीमच, इंदौर और उज्जैन जैसे क्षेत्रों को भी विकास की प्राथमिकता दी थी।

माधव रत्न सम्मान समारोह में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, 16 विभूतियों को किया सम्मानित
कोरोना काल में निभाया रतलाम के लिए धर्म
श्री सिंधिया ने कोरोना महामारी के समय ऑक्सीजन संकट की घटना को याद करते हुए कहा,
“जब रतलाम से मदद की पुकार आई थी, तब मैंने तत्कालीन मुख्यमंत्री, रक्षा मंत्री और भारतीय वायुसेना के सहयोग से सी‑130 हरक्यूलिस विमान से ऑक्सीजन टैंकर मंगवाए।”
ग्वालियर, इंदौर और उदयपुर से छोटे सिलेंडरों के जरिये ऑक्सीजन रतलाम पहुँचाई गई।
उन्होंने कहा,
“यह मेरा कर्तव्य नहीं, बल्कि रतलाम परिवार के प्रति मेरा धर्म था।”
पूज्य पिताजी सच्चे जनसेवक थे
अपने संबोधन में सिंधिया ने कहा कि जब उनके पिता रेल मंत्री बने थे, तब रतलाम, मंदसौर और नीमच में जंक्शन बनाने की वर्षों पुरानी मांग थी। जिसे नामुमकिन माना जाता था, उसे भी पूरा किया गया।
“मेरे पिताजी सिर्फ राजनेता नहीं थे, वे सच्चे जनसेवक थे, जिन्होंने लोगों के दिलों में जगह बनाई।”
रतलाम: संस्कृति और उसूलों का प्रतीक
रतलाम की विरासत की तारीफ करते हुए श्री सिंधिया ने कहा,
“रतलाम सिर्फ एक शहर नहीं है, बल्कि संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों का केंद्र है।”
यह शहर हमेशा से सामाजिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक उत्कृष्टता का प्रतीक रहा है।
16 विशिष्ट व्यक्तित्वों को ‘माधव रत्न सम्मान’
समारोह में शिक्षा, समाजसेवा, चिकित्सा, प्रशासन, कला और अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली 16 विभूतियों को ‘माधव रत्न सम्मान’ से सम्मानित किया गया। उनकी उपलब्धियों ने जिले का गौरव बढ़ाया है।
मोबाइल नेटवर्क सुधारने का वादा
समारोह के अंत में सिंधिया ने क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की समस्याओं पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“जहां भी नेटवर्क नहीं है, उसकी सूची मुझे दीजिए। मोबाइल सेवा लाना अब मेरी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर क्षेत्र तक बेहतर संचार सुविधा पहुंचाई जाएगी।