— केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने शिवपुरी को दी बड़ी सौगात, टाइगर रिजर्व की ऑनलाइन बुकिंग सेवा की शुरू
— पर्यटकों को मिलेगी नये टाइगर सफारी वाहनों की सुविधा, अब पार्क घूमना होगा और भी आसान
ग्वालियर। पर्यटन की दृष्टि से गुरुवार का दिन शिवपुरी के लिए सौगातों भरा साबित हुआ। केंद्र्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने माधव नेशनल पार्क पहुंचकर ऑनलाइन बुकिंग सेवा की शुरूआत की साथ ही पर्यटकों के लिए दो नये टाइगर सफारी वाहनों की सौगात भी दी। ये वाहन सांसद निधि से 24 लाख रुपए में खरीदे गए हैं।

इस दौरान सिंधिया ने माधव नेशनल पार्क की ऑनलाइन बुकिंग सर्व प्रथम अपने नाम से कराई। इसके साथ ही पर्यटकों के लिए सेलिंग क्लब पर सोविनियर शॉप और कैफेटेरिया का शुभारंभ भी किया। फिर सिंधिया ने सफारी वाहन को चलाकर पार्क का आंनद लिया और जार्ज कैसल पहुंचे।
जॉर्ज कैसल का हुआ कायाकल्प
पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर ऐतिहासिक जॉर्ज कैसल कोठी का 25 लाख रुपए की लागत से जीर्णो़द्धार कराकर उसका लोकार्पण किया गया। कैसल का कायाकल्प पर्यटकों को खासा रास आएगा।
पार्क को मिला ‘टाइगर रिजर्व’ का दर्जा
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया के अथक प्रयासों एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सहयोग की बदौलत ही माधव राष्ट्रीय उद्यान को ’टाइगर रिजर्व’ का दर्जा प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि क्षेत्रीय पर्यटन, रोजगार सृजन और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। 27 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की दहाड़ फिर से गूंजी है।

सिंधिया ने किया पूर्वजों को याद
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि यह वो स्थान है जो मेरे पूज्य पिताजी, स्वर्गीय माधव महाराज एवं मेरे पूर्वज माधो महाराज प्रथम के दिल के बहुत करीब था। क्योंकि आजादी के बाद मेरे अजोबा जीवाजी महाराज ने माधव महाराज के नाम से माधव नेशनल पार्क स्थापित किया। मेरे पूज्य पिताजी ने माधव नेशनल पार्क में एक दर्जन से अधिक बाघ लाकर एक छोटी सफारी की शुरूआत की थी। लेकिन किन्हीं कारणवश यह संख्या कायम नहीं रह सकी। लेकिन, अब एक बार फिर से यहां बाघों की दहाड़ सुनने को मिलेगी। पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी और रोजगार बढ़ेगा। इस उद्यान से शिवपुरी विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ेगा।
PostedBy : विजय पाण्डेय