लखनऊ में दो कंपनियों ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से 7.35 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी की। उनके खिलाफ सीजीएसटी के दो सहायक आयुक्त ने बख्शी के तालाब और मड़ियांव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उपायुक्त राज्यकर अमर दीप वर्मा ने पुलिस को बताया कि सोना अर्जुनपुर योगेश कुमार का रामा इंटरप्राइजेज नाम से फर्म है। जिसका जीएसटीएन नंबर 09AZAPY0272F2Z9 है और ऑफिस बख्शी का तालाब स्थित सरस्वती कांप्लेक्स सीतापुर रोड पर है।
योगेश कुमार ने सहायक आयुक्त कार्यालय सीजीएसटी गोमतीनगर में विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर 9 जनवरी 2025 से रजिस्ट्रेशन लिया। इसके चलते सहायक आयुक्त राज्य कर अभिमन्यु पाठक ने 26 जून को जांच की। जिसमें सामने आया कि फर्म इस पते पर संचालित ही नहीं हो रही है।
वहीं आसपास के लोगों से पूछताछ की गई तो फर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। कंपनी ने फर्जी बिल जारी कर 2025-26 में 1333.75 लाख रुपए का कारोबार दिखाया। जिससे कंपनी ने 239.26 लाख रुपए की टैक्स चोरी किया। उसके बाद बीकेटी थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।
फर्जी बिल पर कारोबार की 4.95 करोड़ टैक्स की चोरी उपायुक्त राज्य कर उमाशंकर विश्वकर्मा के मुताबिक मड़ियांव के सीतापुर बाइपास चौराहे के पते पर व्यापारी जगताप जयश्री बालाजी ट्रेडर्स के नाम से फर्म संचालित हो रही है। कंपनी के मई तक के टर्नओवर और टैक्स चोरी की जांच की गई। जिसमें सामने आया कि कंपनी ने 27.55 करोड़ का टर्नओवर किया।
वहीं 4.95 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की। जांच में यह भी पाया गया कि कंपनी ने कोई खरीदारी की ही नहीं। साथ ही कंपनी ने दिल्ली के आधा दर्जन से अधिक फर्म से करोड़ों रुपए का लेनदेन किया। इंस्पेक्टर मड़ियांव शिवानंद मिश्रा के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।