ग्वालियर जिले के भदरौली गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भूमाफिया और रजिस्ट्रार कार्यालय की मिलीभगत से एक किसान की जमीन की चार बार रजिस्ट्री कर दी गई। पीड़ित किसान बृजलाल कुशवाहा का आरोप है कि उसकी 8 बीघा जमीन की रजिस्ट्री तब की गई, जब वह पहले ही रजिस्ट्री कार्यालय में लिखित आपत्ति दर्ज करा चुका था।
किसान बृजलाल कुशवाहा के मुताबिक, उसके पास कुल 21 बीघा 16 विस्वा जमीन है, जिस पर एक अन्य किसान से विवाद चल रहा है और कोर्ट द्वारा स्टे भी जारी किया गया है। इसके बावजूद जमीन की एक नहीं, चार बार रजिस्ट्री की गई, जो सीधे-सीधे रजिस्ट्रार कार्यालय में गहरे भ्रष्टाचार को दर्शाता है।
किसान के पास आपत्ति दर्ज कराने के प्रमाण पत्र मौजूद हैं, लेकिन जब वह रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचा तो उसे बताया गया कि कार्यालय के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है।
बृजलाल कुशवाहा, पीड़ित किसान ने कहा
“मैंने आपत्ति दर्ज कराई थी, फिर भी मेरी जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई। अब कह रहे हैं कोई प्रमाण नहीं है।”
इस मामले पर जब सिटी हलचल न्यूज़ ने डिप्टी रजिस्ट्रार अर्चना दिनकर से बात की, तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। उनका कहना था,
“जब आपत्ति दर्ज की गई, तब मेरी पदस्थापना यहां नहीं थी। कंप्यूटर में कोई दस्तावेज अपलोड नहीं हैं।”
वहीं सवालों से बचती रहीं अर्चना दिनकर ने इतना भर कहा कि,
“मैं इस केस को दिखवाती हूं।”
इस पूरे मामले ने प्रशासनिक लापरवाही और भूमाफिया के गठजोड़ को उजागर कर दिया है। किसान ने न्याय की मांग करते हुए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।