केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी जिले के बदरवास क्षेत्र के बूढ़ाडोंगर गांव पहुँचे, जहाँ उन्होंने परिधान उत्पादन इकाई का भूमिपूजन किया। इस दौरान उनकी मुलाकात बदरवास की तीन ग्रामीण महिलाओं से हुई, जिन्होंने अपने हाथों से तैयार किया हुआ एक खूबसूरत जैकेट उन्हें उपहार स्वरूप भेंट किया। जैकेट पहनते ही सिंधिया बेहद प्रसन्न नजर आए और मुस्कुराते हुए बोले “इस जैकेट की फिटिंग इतनी परफेक्ट है कि शायद मेरी पत्नी भी ऐसी जैकेट न बना पाए। मैं इसे दिल्ली ले जाऊँगा और उन्हें जरूर दिखाऊँगा।”
उन्होंने आगे बताया कि उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी सिंधिया जल्द ही बदरवास की महिलाओं से मुलाकात करने आएँगी, जिससे महिलाओं में उत्साह और बढ़ गया।
महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित सिंधिया का संबोधन
अपने संबोधन में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
सिंधिया ने कहा “आज महिलाएं घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर नई पहचान बना रही हैं। हमारी सरकार ने महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है। मध्य प्रदेश में 10 लाख महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं और कई महिलाएं तो अब ड्रोन भी उड़ा रही हैं।”
बदरवास में परिधान प्रशिक्षण केंद्र से खुलेगा महिलाओं के रोजगार का रास्ता
अडाणी फाउंडेशन के सहयोग से बूढ़ाडोंगर गांव में परिधान निर्माण प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सिलाई, डिजाइनिंग और वस्त्र निर्माण का व्यावहारिक प्रशिक्षण देना है।
इस केंद्र के माध्यम से:
- 40 गांवों की स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी।
- लगभग 3000 महिलाएं सिलाई और परिधान निर्माण का हुनर सीखेंगी।
- 1500 महिलाओं को सीधे रोजगार का अवसर मिलेगा।
यह पहल न केवल स्थानीय महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाएगी, बल्कि बदरवास क्षेत्र में महिला विकास और उद्यमिता का नया अध्याय भी लिखेगी।