केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंबेडकर महाकुंभ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के साथ अपने परिवार का रिश्ता बताते हुए कहा कि मेरी पत्नी का परिवार यानी मेरे ससुराल जनों के पूर्वज सयाजीराव गायकवाड़ महाराज ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को पढ़ाई के लिए विदेश भेजा था।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एक मराठा होने के नाते बाबा साहेब के आगे शीष झुकाने में मुझे गर्व है। क्योंकि बाबा साहब का जन्म महार समाज में हुआ था। छत्रपति शिवाजी की सेना में सबसे वीर सेनापति महार समाज के लोग होते थे। शिवाजी का हिंदवी स्वराज का सपना था। आजादी के बाद कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहब को सम्मान नहीं दिया। उन्हें 75 साल बाद सम्मान मिल रहा है। इस दौरान भरी मंच से सिंधिया ने मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर आग्रह किया कि वे सरकारी जमीन दें ताकि अंबेडकर धाम बनाया जा सके।
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