मंदिर का भूमिपूजन 19 नवंबर को किया गया। इसमें एक लाख लोगों के लिए प्रसाद बनेगा। दो हजार भक्त यहां एक साथ बैठकर सत्संग कर पाएंगे। इसके साथ ही मंदिर में और भी कई विशेषताएं रहेंगी।
धर्म अध्यात्म डेस्क। भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए राजधानी भोपाल में एक और भव्य इस्कॉन मंदिर बनने जा रहा है। यह नया मंदिर 70 करोड़ की लागत से 2028 तक तैयार होगा। रविवार को विकास स्वामी महाराज ने पटेल नगर में इसका भूमि पूजन किया। निर्माणधीन यह इस्कॉन मंदिर कई मायनों में अनोखा होगा। यह मंदिर 150000 वर्ग फुट भूमि पर निर्मित होने जा रहा है। आमजन भी मंदिर निर्माण में सहयोग कर सकते हैं।
पत्थर से होगा मंदिर का निर्माण समकालीन समय का यह अपनी तरह का पहला पत्थर से निर्मित मंदिर होगा, जिसमें किसी भी तरह आरसीसी, सीमेंट या कंक्रीट का उपयोग नहीं किया जाएगा। मंदिर आने वाले हजारों वर्षों तक अपनी महिमा बनाए रखेगा। राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पत्थर से मंदिर का निर्माण किया जाएगा। विराजमान होंगे राधावल्लभ मंदिर में श्री गौर राधा वल्लभ विराजमान होंगे। मंदिर परिसर में दो सत्संग कक्ष होंगे, जिसमें दो हजार से अधिक भक्त एक साथ बैठ कर कीर्तन तथा सत्संग कर सकेंगे। प्रसादम कक्ष जहां 1000 भक्त एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। 150 ब्रह्मचारी रहने के क्षमता युक्त ब्रह्मचारी आश्रम भी बनाया जाएगा। एक लाख भक्तों लिए प्रसाद बनाने के क्षमता युक्त छह हजार वर्ग फुट में फैला एक अत्याधुनिक रसोईघर रहेगा। इसके अतिरिक्त वैदिक प्रदर्शनी के लिए ऑडिटोरियम, अतिथि कक्ष और एक गोविंदा रेस्टोरेंट भी रहेगा। भगवद गीता का मिलेगा उपदेश मंदिर का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को भगवद गीता और श्रीमद्भागवतम के उपदेश सिखाना होगा, जिससे वे अपने जीवन में शुद्ध कृष्ण भक्ति का अनुशीलन कर सकेंगे और फल स्वरूप उनका जीवन शांति पूर्ण, अर्थपूर्ण और अपराध रहित रहेगा। जो एक आदर्श समाज तथा देश के परिचालन के लिए अत्यावश्यक है। यह मंदिर मध्य प्रदेश में श्रीकृष्ण भक्ति का अनूठा और अनुकरणीय स्थल होगा।