दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में रविवार रात भारत ने एशिया कप 2025 के फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 5 विकेट से मात देकर इतिहास रच दिया। इस रोमांचक जीत के साथ इंडिया ने रिकॉर्ड नौवीं बार एशिया कप खिताब अपने नाम किया। मैच का हीरो रहे तिलक वर्मा, जिन्होंने संकट की घड़ी में नाबाद अर्धशतक ठोककर टीम को जीत की मंजिल तक पहुंचाया।
बीसीसीआई ने किया 21 करोड़ की इनामी राशि का ऐलान
भारतीय टीम की इस शानदार उपलब्धि पर बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए 21 करोड़ रुपये की इनामी राशि का ऐलान किया। बोर्ड ने अपने आधिकारिक पोस्ट में लिखा – “3 वार. 0 प्रतिक्रिया. एशिया कप चैंपियन. संदेश दिया. टीम और सहयोगी स्टाफ के लिए 21 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि।”

मैच का रोमांच – शुरुआत में धक्का, अंत में धमाका
147 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले 5 ओवर में टीम इंडिया ने 20 रन से भी कम स्कोर पर 3 विकेट गंवा दिए। दबाव की घड़ी में तिलक वर्मा ने मोर्चा संभाला और 53 गेंदों पर नाबाद 69 रन ठोकते हुए मैच को भारत की झोली में डाल दिया।
उनका साथ संजू सैमसन (24 रन) और शिवम दुबे (21 गेंद पर 33 रन) ने बखूबी निभाया। खासकर दुबे के साथ 64 रन की साझेदारी ने भारत की जीत की नींव मजबूत कर दी।
आखिरी ओवर में जश्न
भारत को आखिरी ओवर में 10 रन की दरकार थी। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ के हाथ में गेंद थी, लेकिन इस बार उनका जादू नहीं चला। तिलक ने दूसरी गेंद पर छक्का जड़ा और चौथी गेंद पर रिंकू सिंह के चौके ने स्टेडियम और देशभर में बैठे करोड़ों भारतीय फैंस को जश्न में डूबो दिया।
गेंदबाजी में कुलदीप यादव का जलवा
इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान को 19.1 ओवर में 146 रन पर ही समेट दिया। कुलदीप यादव ने घातक गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट चटकाए। पाकिस्तान के बल्लेबाज भारतीय स्पिन और पेस अटैक के सामने टिक नहीं पाए।
हारिस रऊफ का फ्लॉप शो
सुपर-4 मुकाबले में भारतीय दर्शकों को भड़काने वाले हारिस रऊफ एक बार फिर सुर्खियों में रहे। इस बार उनकी गेंदबाजी पूरी तरह विफल रही। उन्होंने 3.4 ओवर में 50 रन लुटाए और एक भी विकेट नहीं ले पाए। उनके 15वें ओवर में भारतीय बल्लेबाजों ने 17 रन ठोककर मैच का रुख पलट दिया।
जीत की हैट्रिक
भारत ने इस एशिया कप में पाकिस्तान को लगातार तीन बार हराया। पहले ग्रुप स्टेज, फिर सुपर-4 और अब फाइनल में। इस जीत ने साफ कर दिया कि मौजूदा समय में भारतीय टीम न केवल एशिया बल्कि विश्व क्रिकेट की सबसे मजबूत दावेदार है।