ग्वालियर। रेल में सफर करने वाले आरक्षित यात्रियों पर श्रद्धा भारी पड़ रही है। सीट बुक कराने के बावजूद उन्हें यात्रा के लिए अपनी सीट नसीब नहीं हो रही है। कारण परिक्रमा को जाने वाले लोगों की मनमानी के कारण उन्हें परेशानी हो रही है।
गुरूपूर्णिमा पर गिरिराज जी की परिक्रमा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रेलवे स्टेशन पर लागातार बढ़ती जा रही है।

गुरूपूर्णिमा 21 जुलाई मनाई जाएगी। एकादशी से गोबर्धन जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में दिन ब दिन इजाफा हो रहा है। भीड़ का आलम यह है कि मथुरा की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों में ठसाठस यात्री जा रहे हैं। स्लीपर कोच के हालत भी जनरल कोच की तरह नजर आ रहे हैं। स्लीपर कोचों में भी पांव रखने तक की जगह नहीं मिल रही है। लोग बिना किसी रिजर्वेशन के स्लीपर और एसी कोच में चढ़ रहे हैं इसके चलते पहले से सीट बुक कराने वाले यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है। क्योंकि भीड़ सीटों पर कब्जा जमाने के बाद वहां से उठने का नाम नहीं लेती है। इसके चलते लड़ाई-झगड़े भी हो रहे हैं। यही नहीं, भीड़ के कारण कई यात्रियों की ट्रेन भी छूट रही हैं। क्योंकि वे रिजर्व कोच में भी नहीं प्रवेश कर पा रहे हैं।
ग्रुप में जा रहे हैं लोग
रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की खासी भीड़ होने के कारण महौल भक्तिमय नजर आ रहा है। मथुरा की ओर जाने वाली ट्रेन के आने पर प्लेटफार्म पर मौजूद श्रद्धालु गिरिराज जी के जयकारे लगाने लगते हैं और राधा-कृष्ण के भजन भी गा रहे हैं। भजन-कीर्तन करते हुए ट्रेन में सवार हो रहे हैं।
बसों के हालात भी बेकाबू
ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के साथ ही बसों और प्राइवेट वाहनों में भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। समूह में जाने वाले प्राइवेट वाहनों से भी मथुरा जा रहे हैं। बसों के हालात ऐसे हैं कि लोगों को पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है। सुबह पांच बजे से बस स्टैंड पर लोगों की भीड़ जमा हो रही है।
टैक्सी के किराए में भी इजाफा
जिन लोगों को ट्रेन और बस में जगह नहीं मिल रही है वे टैक्सी को बुक कराकर मथुरा पहुंच रहे हैं। ऐसे में मौके का फायदा उठाकर टैक्सी चालकों ने भी किराए में इजाफा कर दिया है। अब वे दो गुना तक अधिक किराया वसूल रहे हैं।
रेलवे ने चलाई हैं स्पेशल ट्रेन
यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने गुरु पूर्णिमा मेले के लिए पांच ट्रेनों का विस्तार किया है। झांसी आगरा पैंसेजर और दिल्ली-आगरा ट्रेन को ग्वालियर व मथुरा तक बढ़ाया गया है।