देव शयन से पूर्व जगत के पालनहार भगवान विष्णु की विधि-पूर्वक उपासना और कुछ खास उपाय करने से घर-परिवार में आएगी सुख-समृद्धि
विजय पाण्डेय
29 जून गुरुवार को देव शयनी एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन से पालनहार श्रीहरि विष्णु भगवान चार माह के लिए क्षीर सागर में योग निद्रा में चले जाएंगे और कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी 23 नवंबर गुरुवार के दिन जागेंगे। जब तक शयन करेंगे देव तब तक धरा संभालेंगे महादेव। ऐसी मान्यता है कि देवशयनी एकादशी के दिन जगत के पालनहार श्रीहरि की राशि अनुसार विधि-विधान से पूजा-अर्चना और उपासना करने मनचाहा फल प्राप्त होता है। यदि आप भी चाहते हैं श्रीहरि की विशेष कृपा और घर-परिवार में सुख-समृद्धि तो करें ये कुछ खास उपाय।
सर्व प्रथम देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु का केसर दूध से अभिषेक करें। ऐसा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में चल रही परेशानियां खत्म होती है।
विष्णु भगवान का दक्षिणावर्ती शंख से जलाभिषेक करने से धन की देवी महालक्ष्मीजी की कृपा प्राप्त होगी साथ ही घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होगा।
शाम को तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाकर ओम वासुदेवाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करते हुए 11 परिक्रमा करें। ऐसा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलेगी और जीवन सुखमय होगा।
देवशयनी एकादशी पूजा मुहूर्त
देवशयनी एकादशी 29 जून को प्रातः 03.18 बजे शुरू होकर दूसरे दिन 30 जून को प्रातः 2.42 पर समाप्त होगी। एकादशी व्रत का पारण दोपहर 1.48 से शाम 4.36 बजे तक रहेगा।
राशि के अनुसार करें यह उपाय
मेष : श्रीहरि को गुड़ का भोग लगाने से सौभाग्य में वृद्धि होगी।
वृषभ : श्रीहरि को वैजयंती माला अर्पित कर उनके मंत्रों का जाप करें। इससे सुख-संपत्ति में बढ़ोतरी होगी।
मिथुन : गाय को हरा चारा खिलाएं और तुलसी के पौधे में गंगाजल अर्पित करें, दांम्पत्य जीवन सुखद होगा। कर्क : सात हल्दी की गांठ लेकर, ॐ ह््रीं हिरण्यगर्भाय अव्यक्तरूपिणे नमः मंत्र का जाप करें। शत्रु बाधा दूर होगी।
सिंह : विष्णु जी को पंचामृत से स्नान के बाद पीतांबर चढ़ाएं, ॐ पीं पिताम्बराय नमः मंत्र का एक माला जाप करें, धन की बढ़ोतरी होगी।
कन्या : विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करने से निःसंतान दंपंति को संतान की प्राप्ति होगी।
तुलाः श्रीहरि की प्रतिमा पर मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाएं। इससे आपका व्यक्तित्व आकर्षक बनेगा।
वृश्चिक : विष्णु जी को शहद और दही का भोग लगाएं। इससे कॅरियर में कामयाबी मिलेगी।
धनु : श्रीहरि को नारियल चढ़ाएं और रात्रि जागरण कर अगले दिन इस नारियल से व्रत का पारण करे। इससे रोगों से मुक्ति मिलेगी।
मकरः एकादशी पर सप्तधान का दान करें। इससे विष्णु जी, पितर और शनि देव प्रसन्न होकर काम बनाएंगे।
कुंभः देवशयनी एकादशी पर तुलसी माता को लाल चुनरी ओढ़ाएं. किस्मत चमकने लगेगी।
मीन : ब्राह्मण भोजन कराएं और गौशाला में दान दें। मान्यता है कि इससे समस्त कष्ट दूर होंगे और आर्थिक स्थिति को मजबूत होगी।