रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की प्रदर्शनी को देखने पहुंचे जीवाजी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान के स्टूडेंट
ग्वालियर। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीई) की ओर से तानसेन रोड स्थित पुराने परिसर में एक दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी को देखने के लिए शहर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के साथ ही अनेक नागरिक पहुंचे। प्रदर्शनी में प्रदर्शित रक्षा और विज्ञान से जुड़े विभिन्न प्रकार के आधुनिक मॉडलों को देखकर रोमांचित हो गए।

जीवाजी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान के स्टूडेंट्स ने भी रक्षा मंत्रालय भारत सरकार की पहल पर “रक्षा अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिक तंत्र की संवृद्धि-आत्मनिर्भरता की राह“ विषय पर आयोजित रक्षा प्रौद्योगिकी एवं उत्पाद प्रदर्शनी का भ्रमण किया। स्टूडेंट्स ने रक्षा प्रौद्योगिकी एवं उत्पाद से जुडे विभिन्न मॉडल्स एवं उत्पादों का सजीव प्रदर्शन को बेहतर तरीके से समझा और जाना।

इस दौरान उन्होंने वहां तैनात वैज्ञानिकों से सवाल-जवाब कर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया।
आपको बता दें कि डीआरडीई के निदेशक डॉ. मनमोहन परीडा ने आत्म निर्भरता की राह थीम पर आधारित इस प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।
डीआडीई के वैज्ञानिकों ने लोगों को मॉडल्स की बारे में बेहतर तरीके से जानकारी दी। इस दौरान डिफेंस में नौकरी की चाह रखने वाले नौजवानों से इसे करीब से जाना और समझा। जीवाजी विश्वविद्यालय के प्राध्यापक अमित चतुर्वेदी, अभिषेक कुमार एवं राजेंद्र भारद्वाज के साथ 50 से अधिक स्टूडेंट्स ने प्रदर्शनी को देखा।