ग्वालियर। अब मॉल में शॉपिंग करते वक्त सिर्फ ब्रांडेड और विदेशी उत्पाद ही नहीं, बल्कि ग्वालियर जिले की स्व-सहायता समूहों की दीदियों द्वारा बनाए गए स्वदेशी प्रॉडक्ट भी लोगों का ध्यान खींच रहे हैं।
जिले की ग्रामीण महिलाएं, जो पहले हाट बाजारों तक सीमित थीं, अब दीनदयाल सिटी मॉल जैसे बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में अपने उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री कर रही हैं। यह पहल कलेक्टर रुचिका चौहान और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार के मार्गदर्शन में शुरू की गई है।
इस अभियान के तहत मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूहों को मॉल में काउंटर लगाने का मौका दिया गया है।
स्वदेशी स्वाद और परंपरा की झलक
मॉल में लगाए गए स्टॉल्स में:
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जय रामलला स्वयं सहायता समूह, कुलैथ द्वारा बनाए गए आचार, बड़ी, चिप्स, मूंग दाल बड़ी, पापड़ और आजीविका हनी शामिल हैं।
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प्रोड्यूसर ग्रुप, उदयपुर द्वारा शुद्ध शहद।
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जय माता दी समूह के हाथों के तैयार किए गए मसाले।
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महामाया समूह द्वारा शुद्ध देसी घी और गोबर से बने प्राकृतिक उत्पादों को भी प्रदर्शित किया गया है।
इन स्टॉल्स का संचालन वर्षा, सुधा, फूलकली और सुनीता जैसी स्थानीय महिलाएं कर रही हैं, जो पहली बार इतने बड़े प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पाद बेच पाने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
महिलाओं को मिल रहा आत्मनिर्भरता का मंच
इस पहल से न केवल इन महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उन्हें सामाजिक पहचान और स्वावलंबन की भी प्रेरणा मिलेगी। मॉल में इन स्टॉल्स को देखने वाले ग्राहक भी ग्रामीण महिलाओं की मेहनत और गुणवत्ता से प्रभावित नजर आए।