सीआरपीएफ स्थापना दिवस पर गृहमंत्री शाह और मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में वीर जवानों को श्रद्धांजलि और सम्मान
नीमच, मध्यप्रदेश | 17 अप्रैल 2025 — केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ (CRPF) केर्यक्रम 86वें स्थापना दिवस का में हिस्सा लेते हुए कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा में सीआरपीएफ का अदम्य साहस, वीरता और समर्पण अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में वर्ष 2026 तक भारत नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा, और इस लक्ष्य को हासिल करने में सीआरपीएफ की अहम भूमिका रहेगी।
देश की सुरक्षा में सीआरपीएफ का ऐतिहासिक योगदान
धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति की स्थापना
शाह ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव कराना हो या फिर देश के किसी भी कोने में कानून-व्यवस्था बनाए रखना, सीआरपीएफ के जवान सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा, “देश का जब भी स्वर्णिम इतिहास लिखा जाएगा, उसमें सीआरपीएफ के शहीदों के नाम स्वर्ण अक्षरों से लिखे जाएंगे।”
सीआरपीएफ स्थापना दिवस 2025 का भव्य आयोजन
नीमच में हुआ समारोह, गृहमंत्री ने किया परेड का निरीक्षण

नीमच स्थित सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में आयोजित इस भव्य समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, सीआरपीएफ महानिदेशक ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, सांसद सुधीर गुप्ता, राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
नीमच स्थित सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में आयोजित इस भव्य समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, सीआरपीएफ महानिदेशक ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, सांसद सुधीर गुप्ता, राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
गृहमंत्री अमित शाह ने परेड का निरीक्षण कर जवानों को सलामी दी। परेड में सीआरपीएफ की 8 टुकड़ियों ने भाग लिया और कोबरा, आरएएफ, डॉग स्क्वॉड जैसी विशेष इकाइयों ने प्रदर्शन किया।
सीआरपीएफ की वीरता और समर्पण की सराहना
शाह ने कहा, “जहां सीआरपीएफ है, वहां चिंता करने की कोई बात नहीं।”
उन्होंने संसद पर आतंकी हमले, श्रीराम जन्मभूमि हमले जैसे संकट के समय में सीआरपीएफ के अद्भुत बलिदान की याद दिलाई। आज सीआरपीएफ के 3 लाख जवान देशभर में कानून व्यवस्था बनाए रखने में जुटे हैं।
वीरता पदकों से सम्मानित हुए जवान
गृहमंत्री शाह ने वीरता पदक और विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने कहा कि आज की परेड जवानों में नई ऊर्जा भर देगी और राष्ट्र सेवा के प्रति उनका समर्पण और बढ़ेगा।
शहीदों को श्रद्धांजलि और गौरवमयी इतिहास का सम्मान
गृहमंत्री शाह ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम के बाद, उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ सीआरपीएफ परिसर में आयोजित ‘राष्ट्र सेवा में समर्पित सीआरपीएफ’ प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसमें सीआरपीएफ की स्थापना से लेकर अब तक की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया।
सीआरपीएफ दिवस का ऐतिहासिक महत्व
इस वर्ष 86वां सीआरपीएफ स्थापना दिवस समारोह 17 अप्रैल को मनाया गया। सामान्यतः यह दिवस 19 मार्च को मनाया जाता है, क्योंकि 1950 में सरदार वल्लभभाई पटेल ने इस दिन सीआरपीएफ को ध्वज प्रदान किया था।
इस बार नीमच में कार्यक्रम का आयोजन विशेष महत्व रखता है क्योंकि यहीं 27 जुलाई 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस की स्थापना हुई थी, जिसे 1949 में सरदार पटेल ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) नाम दिया।
सीआरपीएफ: आंतरिक सुरक्षा का मजबूत स्तंभ
आज सीआरपीएफ भारत की आंतरिक सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ बन चुका है। “सेवा और निष्ठा” के मूल मंत्र को चरितार्थ करते हुए सीआरपीएफ हर चुनौतीपूर्ण मोर्चे पर अग्रिम पंक्ति में डटा रहता है।