🌏 हॉन्गकॉन्ग-सिंगापुर में मामलों में उछाल, चीन-थाईलैंड अलर्ट पर, भारत को भी सतर्क रहने की ज़रूरत
🔴 क्या एक और लहर दस्तक दे रही है?
एशिया एक बार फिर कोविड-19 की संभावित नई लहर के साये में आ गया है। हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर, चीन, और थाईलैंड में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में चिंता का माहौल है।
📍 हॉन्गकॉन्ग में बढ़ते केस, मौतें भी दर्ज
3 मई तक हॉन्गकॉन्ग में 31 नए कोविड केस सामने आए हैं। कुछ मरीजों की मौत की भी पुष्टि की गई है, हालांकि सटीक आंकड़े अभी नहीं बताए गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि संक्रमण की शुरुआत कब हुई थी।
📍 सिंगापुर में 28% उछाल, अस्पतालों में दबाव
सिंगापुर ने वर्ष 2025 का पहला कोविड अलर्ट जारी किया।
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अप्रैल के अंतिम सप्ताह में मामले: 11,110
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मई के पहले सप्ताह में बढ़कर हुए: 14,200
🔺 यानी 28% की वृद्धि और
🔺 अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में 30% की बढ़ोतरी
🚨 चीन-थाईलैंड भी हाई अलर्ट मोड पर
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चीन में कोविड जांच कराने वालों में पॉजिटिविटी रेट दोगुना हुआ
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बूस्टर डोज की सिफारिश शुरू
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थाईलैंड के दो इलाकों में केस अचानक बढ़े, सरकार सतर्क
🧬 विशेषज्ञों का मानना है कि यह लहर पूरे एशिया में तेज़ी से फैल सकती है।
भारत में कोरोना की अब तक की कहानी:
✅ तीन लहरें, ✅ तीन लाख से अधिक मौतें
📅 पहली लहर (जन 2020 – फरवरी 2021):
➡️ 1.08 करोड़ केस
➡️ 1.55 लाख मौतें
➡️ एक दिन में अधिकतम केस: 98,000 (17 सितम्बर 2020)
📅 दूसरी लहर (मार्च – मई 2021):
➡️ डेल्टा वेरिएंट से मची तबाही
➡️ 1.69 लाख मौतें
➡️ ऑक्सीजन व अस्पतालों की किल्लत
📅 तीसरी लहर (दिसम्बर 2021 – फरवरी 2022):
➡️ ओमिक्रॉन वेरिएंट से तेज़ संक्रमण
➡️ मृत्यु दर बेहद कम (0.2%)
➡️ 50 लाख से अधिक केस
⚠️ विशेषज्ञों की चेतावनी:
“संक्रमण की रफ्तार फिर से तेज़ हो रही है। समय रहते सतर्क रहना और एहतियात बरतना ही सबसे बड़ा बचाव है।”
🛡️ क्या करें?
✔️ भीड़भाड़ से बचें
✔️ मास्क पहनें
✔️ हाथ साफ रखें
✔️ बूस्टर डोज लें
✔️ लक्षण दिखते ही टेस्ट करवाएं