कलेक्टर ने पुलिस अफसरों के साथ बैठक कर परिसंपत्तियों पर बैंकों को कब्जा दिलाने के लिए बनाई रणनीति
डीआईजी एवं एसएसपी की मौजूदगी में सरफेसी एक्ट के तहत हुई बैठक
ग्वालियर। अपने घर का सपना पूरा करने के लिए बैंकों से लोन लेकर उसे न चुकाने वालों की आने वाले समय में मुसीबत बढ़ सकती है। सरफेसी एक्ट के तहत बैंकों को कब्जा दिलाया जाएगा। कलेक्टर के साथ डीआईजी और एसएसपी सहित अधिनस्थ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में खास रणनीति पर चर्चा हुई।
मकान बनाने के लिए बैंकों से लिया गया ऋण दबाकर बैठे लोगों के मकान व अन्य परिसम्पत्तियों पर सरफेसी एक्ट के तहत संबंधित बैंक को कब्जा दिलाया जायेगा। कलेक्टर न्यायालय द्वारा सरफेसी एक्ट में जिन प्रकरणों में बैंक के पक्ष में फैसला हो चुका है, उनमें यह कार्रवाई की जायेगी। माननीय उच्च न्यायालय ने भी इस एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विशेष गंभीरता दिखाई है।
गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में डीआईजी सुश्री कृष्णावेणी देशावतु व एसएसपी राजेश चंदेल की मौजूदगी में जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई।
कलेक्टर अक्षय सिंह ने बैठक में जोर देकर कहा कि सरफेसी एक्ट के तहत हुए फैसलों का सभी एसडीएम एवं तहसीलदार पुलिस के सहयोग से पालन कराएँ। उन्होंने कहा कि होम लोन वापस न करने पर बैंकों द्वारा सरफेसी एक्ट के तहत दायर किए गए जिन मामलों में बैंकों के पक्ष में फैसला हो चुका है, उनमें तत्परता के साथ बैंकों को मॉडगेज में उल्लेखित परिसम्पत्ति पर कब्जा दिलाएँ। इसमें किसी प्रकार की ढ़िलाई न हो। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले माह के दौरान सरफेसी एक्ट के तहत लगभग एक दर्जन मामलों में बैंकों को परिसम्पत्तियों पर कब्जा दिलाया गया है। यह कार्रवाई निरंतर जारी है।
एसएसपी चंदेल ने भरोसा दिलाया कि सरफेसी एक्ट का पालन कराने में पुलिस से पूर्ण सहयोग मिलेगा। उन्होंने अपने अधिनस्थों को निर्देश दिए कि वे संबंधित एसडीएम व तहसीलदार से समन्वय बनाकर सरफेसी एक्ट के पालन में सहयोग करें।
इससे पूर्व कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने कार्रवाई को मूर्तरूप देने के निर्देश संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारियों व तहसीलदारों को दिए।
पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र वर्धमान व रेनवाल तथा एसडीएम ग्वालियर सिटी अतुल सिंह, एसडीएम मुरार अशोक चौहान, एसडीएम लश्कर नरेश कुमार गुप्ता, जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी व नगर पुलिस अधीक्षक एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।