17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाये गए थे आठ चीते,मादा चीता की मौत
ग्वालियर, सांध्य समाचार रिपोर्टर । मध्य प्रदेश के श्यापुर जिले में स्थित पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में
सोमवार को एक मादा चीता की मौत हो गई है।
यह चीता नामीबीया से लाई गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक साशा नाम की यह मादा चीता लंबे समय से बीमार चल रही थी इसी कारण उसकी मौत हुई है।
चीता की मॉनिटरिंग के लिए 22 मार्च को कूनों पहुंची टीम ने साशा को अस्वस्थ्य पाया था। परीक्षण के बाद टीम का कहना था कि उसे इलाज की जरूरत है। इसके चलते उसे क्वारंटाइन में लाया गया। उसके खून की जांच से पता चला कि उसके अन्य साथियों में संक्रमण है। आगे की जांच में पता चला कि साशा को गुर्दे की बीमारी भारत आने से पहले ही थी। इलाज के दौरान साशा की मौत हो गई।
अफ्रीका से चीतों के दो जत्थे भारत आए थे। पहला जत्था पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से आया था। इस जत्थे में साशा आठ चीते समेत कूनो नेशनल पार्क में छोड़ दिया गया था। इसके बाद पिछले फरवरी के महीने में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों का दूसरा जत्था भारत आया था। इन 12 चीतों में सात नर और पांच मादा शामिल थीं। इन्हें भी कूनो नेशनल पार्क में छोड़ दिया गया था।
गौरतलब है कि जिस मादा चीता की मौत हुई है उसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामकरण किया था।