काम की खबर : जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने में की देरी तो फिर देना होगा बिलंब शुल्क
ग्वालियर। घर-परिवार में किसी भी सदस्य की मृत्यु हो जाने पर अक्सर लोग जरूरत पड़ने पर ही जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाते हैं। इसके लिए वे सरकारी दफ्तर में पहुंचते हैं, लेकिन अब यह देरी उन्हें महंगी पडे़गी, क्योंकि सरकार के योजना एवं सांख्यिकी विभाग ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए नई व्यवस्था लागू कर दी है।
अब यह होगी व्यवस्था
सरकार की नई व्यवस्था के तहत अब प्रमाण-पत्र बनवाने में देरी करने पर विलंब शुल्क चुकाना पडे़गा। अधिकारियों के मुताबिक, यदि 21 दिनों के अंदर जन्म-प्रमाण पत्र बनवा लिया जाता है तो कोई शुल्क नहीं लगेगा। इसके बाद जितते दिन गुजरेंगे उतना ही शुल्क देना होगा। नई व्यवस्था के तहत 21 दिन बाद एक माह के भीतर प्रमाण-पत्र बनवाते हैं तो 12 रुपये विलंब शुल्क देना होगा। एक माह से एक वर्ष के भीतर 55 रुपये, एक वर्ष बाद 60 रुपये विलंब शुल्क देना होगा। विलंब शुल्क के साथ ही एसडीएम का आदेश भी लगेगा। 10 वर्ष बाद बच्चे का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने जाएंगे तो 600 रुपए तक विलंब शुल्क देना होगा। यही व्यवस्था मृत्यु प्रमाण पत्र में भी लागू होगी। इसमें सात दिन के बाद विलंब शुल्क देना होगा।
घर बैठे होगा काम
नई व्यवस्था लागू होने से लोगों को अब जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए शासकीय कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पडें़गे। वे घर बैठे भी प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिससे उनके मेल पर प्रमाणपत्र मिल जाएगा। इसके लिए वेबसाइट पर मोबाइल नंबर और आधार नंबर से पंजीयन करना होगा। मांगी गई सभी जानकारी इसमें भरनी होगी। इसके बाद मेल पर प्रमाण पत्र तय समय सीमा में मिल जाएगा। बता दें कि अब तक जन्म और मृत्यु का प्रमाणपत्र संबंधित अस्पताल या स्थानीय निकाय से लेना होता था। इसके लिए लोगों को कार्यालयों के चक्कर लगाना पड़ते थे, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती थी।
पोर्टल पर दर्ज होगा आयु का रिकॉर्ड
मृत्यु प्रमाण-पत्र में अब जन्मतिथि भी दर्ज होगी। पहले मृत्यु प्रमाण पत्र में सिर्फ मृतक की उम्र लिखी जाती थी, लेकिन अब इसमें आधार नंबर और मृतक की जन्म तिथि भी लिखी जाएगी, ताकि सही आयु का रिकार्ड पोर्टल पर दर्ज हो सके। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शहर में नगर निगम कार्यालय के अलावा शासकीय अस्पतालों में भी प्रमाण पत्र बनवाने की सुविधा आमजन को मिल रही है।
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