विधानसभा चुनाव में पुनः सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा ले रही है भगवान श्रीराम का सहारा, मुद्दों की नहीं हो रही बातं, नेहरू से लेकर राहुल तक को कोसने में जुटे हुए हैं भाजपा नेता
ग्वालियर। राम भक्ति का असली प्रमाण-पत्र मेरे पास है। मैं जेल में था, 13 दिन तक आडवाणी के साथ। प्रमाण-पत्र उन माताओं के पास है, कोठारी बंधुओं की माँं ने अपने बेटों को खोया है। राम मंदिर धार्मिक और किसी सम्प्रदाय का विषय नहीं है। यह पॉँच सदियों के बाद देश की बहुत बड़ी घटना है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही।
शुक्रवार को होटल एंबियंस स्थित भाजपा के संभागीय मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार-वार्ता में उन्होंने कहा कि जिस समय बाबर का कलंक नेस्तनाबूद हो रहा था, तब साक्षी बनकर हम खडे़ हुए थे बरसाई जा रही गोलियों के बीच। उन्होंने यह बात असली राम भक्ति का प्रमाण कहां मिलता है ? के सवाल के जवाब में कही।
चुनावी मुद्दा क्या है ? के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी शुरू से ही प्रदेश में विकास कार्य और गरीब कल्याण की योजनाओं को सामने रखकर ही जनता के बीच में जा रही हैं। हम इन मुद्दों पर ही चुनाव लड़ रहे हैं।
पवैया ने कांग्रेस को कोसते हुए कहा कि पंडित नेहरू से लेकर राहुल गॉधी तक कांग्रेस देश को तोड़ने की नीति ही अपनाती आ रही है। उन्होंने कांग्रेस की नकली भक्ति पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भक्ति तो रावण के पास भी थी। सीता हरण के बाद रावण कहे भक्त तो मैं भी हूँ, तो उसकी भक्ति के बारे में सवाल तो उठेंगे! केवल हाथ में माला ले लेने से आप रामभक्त नहीं बन सकते हैं। राम के काम को रोकने वाले राम के भक्त नहीं हो सकते।
#सत्ता_के_लिए_राम_का_सहारा @ भाजपा नेता का दावा उनके पास है असली राम भक्ति का प्रमाण-पत्र…देखिए वीडियो pic.twitter.com/UnoTqzvK8T
— sandhyasamachar (@sandhyasamachar) November 3, 2023
कांग्रेस बनाबटी भक्ति का राग अलाप रही है और तुष्टिकरण की नीति अपना रही है।
यह भी पढ़िए @ शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार पर खामोश, कांग्रेस को घेरने में दिखाया जमकर जोश
उन्होंने सख्त लहजे में कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि यदि दम है तो खुलकर राम मंदिर का विरोध करे, हम तो राम मंदिर के पोस्टर लगाएंगे यदि कांग्रेस को पसंद नहीं है तो वह बाबर के पोस्टर लेकर वोट मांगने निकले। कांग्रेस हतास और निराश हो गई है। हमास के आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देकर कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण के साथ ही चुनावी हिंदू बनकर हनुमान चालीस पढ़कर मंदिर-मंदिर भटक रही है। भाजपा जब राम मंदिर के पोस्टर लगा रही है तो उसके खिलाफ शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंच रही है। यह कांग्रेस का कालनेमी संस्करण है। कांग्रेस को यदि राम मंदिर सहन नही हो रहा है तो वह बाबरी ढांचे के साथ अपने नेताओं के पोस्टर लगाकर क्यों नहीं निकलती है।
PostedBy : विजय पाण्डेय