भारत की सख्ती के आगे झुका पाकिस्तान, अब शांति की बात कर रहे हैं भुट्टो
इस्लामाबाद | एजेंसी
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो-जरदारी ने हाल ही में अपने एक उग्र बयान में भारत को खून बहाने की धमकी दी थी। लेकिन अब भारत के कड़े रुख और सख्त जवाब के बाद बिलावल ने यू-टर्न ले लिया है और भारत से शांति वार्ता की अपील करने लगे हैं।
🔥 पहले उगला ज़हर, अब कर रहे भाईचारे की बात!
सिंधु जल संधि को लेकर भड़के बिलावल ने 25 अप्रैल को एक जनसभा में कहा था:
“या तो सिंधु में पानी बहेगा, या फिर भारतीयों का खून!”
यह बयान तब आया जब भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। इस हमले में 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली की मौत हो गई थी।
🕊️ यू-टर्न लेते हुए अब क्या बोले बिलावल?
अब वही बिलावल ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कहा:
“अगर भारत शांति के मार्ग पर चलना चाहता है, तो वह खुले हाथों से आए, मुट्ठी बांधकर नहीं।”
उन्होंने आगे दावा किया कि पाकिस्तान आतंक का निर्यात नहीं करता, बल्कि स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करता है, न कि टकराव के लिए।
भारत का सख्त संदेश:
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी हमलों के बाद शांति की कोई बातचीत नहीं होगी जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता। सिंधु जल संधि का निलंबन भी उसी नीति का हिस्सा है।
📌 निष्कर्ष:
बिलावल भुट्टो के बयान में आया यह बदलाव साफ़ दिखाता है कि भारत की मज़बूत और स्पष्ट नीति ने पाकिस्तान को सोचने पर मजबूर कर दिया है। अब देखना यह होगा कि क्या यह शांति की बात सिर्फ शब्दों तक सीमित है या वास्तव में पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ सख्ती दिखाता है।