रूस से मिली Igla-S मिसाइलों ने बढ़ाई पश्चिमी सीमा पर सैन्य ताकत
📍 नई दिल्ली
🛡️ भारत की सुरक्षा प्रणाली को अब एक नया और अत्याधुनिक कवच मिल गया है! पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते खतरे और हालिया पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारतीय सेना को रूस से मिली Igla-S वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली की सौगात मिली है। इसे ‘आसमान का रक्षक’ कहा जा सकता है, क्योंकि यह मिसाइल सिस्टम दुश्मन के ड्रोन, हेलिकॉप्टर और विमानों को मात्र चंद सेकंडों में ध्वस्त कर सकती है।
🔥 260 करोड़ रुपये का रणनीतिक सौदा
यह रक्षा प्रणाली भारत सरकार द्वारा सेना को दिए गए आपातकालीन खरीद अधिकारों के तहत खरीदी गई है, जिसकी लागत लगभग ₹260 करोड़ है। ये मिसाइलें वर्तमान में पश्चिमी सीमा की अग्रिम चौकियों पर तैनात की जा रही हैं ताकि पाकिस्तान से संभावित हवाई खतरों का त्वरित जवाब दिया जा सके।
✊ सेना और वायुसेना — दोनों को मिली नई शक्ति
🔹 न केवल थलसेना, बल्कि भारतीय वायुसेना ने भी अब इन्फ्रारेड-आधारित VSHORADS मिसाइल सिस्टम की खरीदी शुरू कर दी है।
🔹 सेना ने 48 लॉन्चर और 90 अतिरिक्त Igla-S मिसाइलों की नई खरीद के लिए निविदा जारी की है।
🔹 साथ ही, लेज़र बीम-राइडिंग VSHORADS सिस्टम को जल्द ही रक्षा बेड़े में शामिल करने की योजना भी चल रही है।
🛠️ पुरानी तकनीक, नया अवतार
Igla-S, दरअसल 1990 के दशक में इस्तेमाल हो रही Igla मिसाइल प्रणाली का उन्नत संस्करण है। अब इस पुराने स्टॉक को एक भारतीय रक्षा कंपनी की सहायता से अपग्रेड और मरम्मत किया गया है, जिससे इसकी मारक क्षमता और विश्वसनीयता में वृद्धि हुई है।
🛰️ ड्रोन पर सटीक वार: स्वदेशी तकनीक से जवाब
पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बढ़ रही ड्रोन घुसपैठ के बीच भारतीय सेना ने Integrated Drone Detection and Interdiction System (IDDIS) Mark-1 को तैनात किया है।
📡 यह उन्नत स्वदेशी प्रणाली:
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8 किमी की रेंज तक ड्रोन का पता लगा सकती है
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ड्रोन को जाम और नष्ट कर सकती है
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इसमें मौजूद लेज़र तकनीक ड्रोन को जलाकर राख करने में सक्षम है
💥 हाल ही में जम्मू क्षेत्र में इसी तकनीक से सेना ने एक पाकिस्तानी ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया।
अब भारत और भी ज्यादा तैयार है!
भारत की यह रणनीतिक पहल न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करती है, बल्कि यह दर्शाती है कि देश अब हर प्रकार के आधुनिक युद्ध के लिए पूर्ण रूप से तैयार है।