इमारत के टॉप फ्लॉर पर बने स्वीमिंग पूल का पानी सड़कों पर आया
भूकंप के तेज झटकों से आसपास के अनेक देशों में दहशत है।भूकंप के झटके भारत के साथ ही चीन और बांग्लादेश तक महसूस किए गए हैं।
पीटीआई। शुक्रवार की दोपहर दक्षिण-पूर्व एशिया में आए दो तेज भूकंप के झटकों से जमकर तबाही हुई है। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में कई इमारतें हिल गईं। इस दौरान एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत देखते ही देखते धराशायी हो गई। बैंकॉक में ऊंची-ऊंची छतों वाले पूलों से पानी बहकर सड़कों पर आ गया और कई इमारतों से मलबा गिरने लगा। इसके अलावा शहर के साथ-साथ पड़ोसी म्यांमार में भी लोग दहशत में देखे गए।
प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर के भूकंप का केंद्र म्यांमार में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में था।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भूकंप के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल होने लगे। इसमें निर्माणाधीन इमारत ढहती हुई दिखाई दे रही थी। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। अब तक किसी के हताहत होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है।
इमारतों में बजने लगे अलार्म
दोपहर 1ः30 बजे भूकंप आने पर इमारतों में अलार्म बजने लगे और घबराए हुए लोगों को घनी आबादी वाले मध्य बैंकॉक में ऊंची इमारतों और होटलों की सीढ़ियों से नीचे उतारा गया। वे भूकंप के बाद दोपहर की तपती गर्मी और आग उगलते सूरज के बीच सड़कों पर ही रहे।
प्रधानमंत्री ने बुलाई आपातकालीन बैठक
प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है। ग्रेटर बैंकॉक इलाके में 1.7 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। यहां कई ऊंची इमारते हैं।
देश के सभी इलाके में किया गया महसूस
थाईलैंड के आपदा निवारण विभाग ने कहा कि भूकंप देश के लगभग सभी इलाके में महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में था। राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा। धार्मिक इमारतों के कुछ हिस्से जमीन पर गिर गए और कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हुए। म्यांमार से नुकसान की रिपोर्ट अब तक उपलब्ध नहीं हो सकी है, क्योंकि वहां गृहयुद्ध चल रहा है। बताया गया है कि भूकंप के झटके एक बार फिर से आ सकते हैं।