💼 “हर संकट के लिए तैयार रहें, सेवाएं निर्बाध चलनी चाहिए” – सीतारमण
📍 स्थान: नई दिल्ली
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को देश के बैंकिंग और बीमा क्षेत्र के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य वित्तीय संस्थानों की आपातकालीन तैयारियों की समीक्षा करना और जनता को हर परिस्थिति में सुचारू सेवाएं सुनिश्चित कराना था।
🔐 साइबर सुरक्षा और ऑपरेशनल तैयारियों की सख्त समीक्षा
बैठक के दौरान सीतारमण ने कहा कि:
“बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों को चाहिए कि वे डिजिटल और फिजिकल सेवाएं बिना किसी व्यवधान के उपलब्ध कराएं। देश की आर्थिक स्थिरता में इनकी भूमिका बेहद अहम है।”
💡 प्रमुख निर्देश:
-
आपातकालीन प्रोटोकॉल अपडेट करें
-
साइबर हमलों से निपटने की तैयारी पुख्ता रखें
-
डिजास्टर रिकवरी मॉक ड्रिल करें
-
24×7 सर्विलांस और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो
🧑💼 सीमावर्ती क्षेत्रों में कर्मचारियों की सुरक्षा प्राथमिकता
सीतारमण ने बैंकों से आग्रह किया कि वे सीमावर्ती इलाकों में कार्यरत बैंक कर्मचारियों की व्यक्तिगत सुरक्षा और पारिवारिक संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। साथ ही, सुरक्षा एजेंसियों के साथ सीधा समन्वय स्थापित करने के निर्देश भी दिए।
🏧 एटीएम, यूपीआई और इंटरनेट बैंकिंग सेवाएं रहें सुचारू
वित्त मंत्री ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने को कहा कि:
-
एटीएम में पर्याप्त नकदी उपलब्ध हो
-
यूपीआई, मोबाइल ऐप्स और नेट बैंकिंग बिना रुकावट कार्य करें
-
ग्राहकों को तकनीकी परेशानी का सामना न करना पड़े
💬 “जनता को किसी भी स्थिति में बैंकिंग सेवाओं में असुविधा नहीं होनी चाहिए।” – सीतारमण
🖥️ साइबर सुरक्षा पर बैंकों की रिपोर्ट
बैंकों ने बताया कि:
-
सभी में Anti-DDoS सिस्टम तैनात किए गए हैं
-
फिशिंग और साइबर हमलों की निगरानी हो रही है
-
सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (SOC) पूरी तरह सक्रिय हैं
-
CERT-In, NCIPC, और NPCI के साथ समन्वय बना हुआ है
🔄 निरंतर ऑडिट और रिपोर्टिंग प्रणाली सख्त
वित्त मंत्री ने निर्देश दिया कि:
-
सभी डेटा सेंटर्स का नियमित ऑडिट हो
-
फायरवॉल और बैकअप प्रणाली मजबूत की जाए
-
प्रत्येक बैंक दो वरिष्ठ अधिकारियों को नामित करे:
-
साइबर सुरक्षा रिपोर्टिंग के लिए
-
शाखा संचालन और एटीएम प्रबंधन के लिए
-
ये अधिकारी संकट की स्थिति में रियल टाइम रिपोर्टिंग करेंगे।
🛡️ बीमा कंपनियों के लिए भी निर्देश
-
क्लेम सेटलमेंट में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए
-
ग्रामीण बैंकों को निरंतर सहायता मिलती रहे
-
ग्राहकों को समय पर बीमा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं
🏛️ सरकार की प्रतिबद्धता: आर्थिक व राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों सर्वोपरि
सीतारमण ने दोहराया कि सरकार पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी संकट की घड़ी में:
“हमारी बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली मजबूत, लचीली और जनसेवा के लिए प्रतिबद्ध है।”
📌 बैठक में सम्मिलित संस्थान:
-
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)
-
वित्तीय सेवा विभाग (DFS)
-
CERT-In
-
बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI)
-
NPCI