अमावस्या पर कुछ खास उपाय करने से मिल जाएगी पितृ दोष से मुक्ति, इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ करने से देवी-देवता और पितर प्रसन्न होते हैं साथ ही बरसेगी लक्ष्मी देवी की कृपा
इस बार 16 अगस्त बुधवार को अधिक मास की अमावस्या मनाई जाएगी। यह अमावस्या तिथि 3 साल में एक बार आती है। इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ और स्नान-दान का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या तिथि के दिन पूजा-पाठ करने से साधकों को विशेष लाभ मिलता है। साथ ही जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। श्रावण मास के अधिकमास की अमावस्या पर कुछ उपाय करने से व्यक्ति के जीवन में चल रही समस्याएं दूर होगीं और धन की प्राप्ति भी हो सकेगी।
अध्यात्म डेस्क । हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अधिक मास में पड़ने वाली अमावस्या तिथि के दिन पूजा-पाठ और स्नान-दान करने से साधक को सुख एवं समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बार 16 अगस्त बुधवार को उदिया तिथि के अनुसार श्रावण अधिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाएगा।
ज्योतिषाचार्य नीरू विश्वकर्मा एवं पंडित अमित उपाध्याय के मुताबिक इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ करने से न केवल देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, बल्कि पितर भी आशीर्वाद प्रदान करते हैं। अधिक अमावस्या के दिन किए गए कुछ विशेष उपाय से भी जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं, अधिक अमावस्या के कुछ विशेष उपाय।

अमावस्या के दिन करें ये उपाय
शास्त्रों के अनुसार, अधिक अमावस्या के दिन पवित्र स्नान करने से और तर्पण इत्यादि कर्म करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही कुंडली में पितृ दोष से जुड़े अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिल जाती है। वहीं इस दिन दान का भी विशेष महत्व है। इसलिए किसी जरूरतमंद को अन्न, धन या वस्त्र का दान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से संतान प्राप्ति में आ रही बाधाएं भी दूर हो जाती हैं।
माला फेर करें गायत्री मंत्र का जाप
अमावस्या तिथि के दिन तुलसी की माला से 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करने से जीवन में आ रही आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। साथ ही भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस उपाय से धन की देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और साधक की तिजोरी कभी खाली नहीं रहती है।
अधिक मास की अमावस्या तिथि के दिन घर के ईशान कोण में घी का दीपक जरूर जलाएं। इस दीपक को सूर्यास्त तक जलाकर रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि ईशान कोण में देवताओं का वास होता है, जिस वजह से इस स्थान पर दीपक जलाने से जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं और आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है। इसके साथ मां लक्ष्मी की कृपा भी साधक पर बनी रहती है।
देवी देवताओं की उपासना के बाद गाय को आटे की लोई में गुड़ मिलाकर जरूर खिलाएं। साथ ही उनकी सेवा करें। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, गाय में देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में इस दिन उनकी सेवा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।