🌸 उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई भारतीय संस्कृति की संरक्षिका भी रहीं
📍 आगरा |
भारत की वीरांगना और सांस्कृतिक चेतना की प्रतीक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रेरणामूर्ति बताया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई न केवल न्यायप्रिय शासिका थीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की संरक्षिका भी रहीं। उन्होंने नारी शक्ति के सशक्तीकरण के लिए अपनी सेना में महिलाओं की टुकड़ी का गठन कर इतिहास रच दिया।
🛕 काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि जब औरंगजेब ने इस मंदिर को नष्ट किया, उसके सौ वर्षों बाद अहिल्याबाई होलकर ने इसका निर्माण कराया, जो एक महान कार्य था।
🪔 त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति संगोष्ठी में बोले उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति रविवार को राजकीय इंटर कॉलेज मैदान, आगरा में आयोजित “अहिल्याबाई होलकर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान” के तहत एक भव्य संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा—
“आज हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम लोकमाता के आदर्शों पर चलेंगे। उन्होंने उस कठिन समय में महान भारत की कल्पना की थी। धर्म, संस्कृति और शासन एक ही धारा हैं।”
📿 उन्होंने बताया कि अहिल्याबाई ने सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, बद्रीनाथ, केदारनाथ और भीमाशंकर जैसे कई प्रमुख मंदिरों का निर्माण कराया, जिससे हमारी सांस्कृतिक जड़ें और गहरी हुईं।
🧬 एक भावनात्मक जुड़ाव
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर धनगर थीं और मैं धनखड़ हूं, यह आत्मिक जुड़ाव है। उन्होंने कहा—
“जो काम अहिल्याबाई होलकर ने किया, वही आज योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। आने वाली पीढ़ियां योगी जी को वैसे ही याद करेंगी जैसे आज हम अहिल्याबाई को करते हैं।”
🚩 अयोध्या और काशी में हुए निर्माण कार्य को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कार्य सरल नहीं था और संस्कृति संरक्षण के लिए अनिवार्य था।
राष्ट्र सर्वोपरि, भारतीयता हमारी पहचान
धनखड़ ने अपने भाषण में कहा:
“हम भारतीय हैं। राष्ट्र सर्वोपरि है। भारतीयता हमारी पहचान है।”
उन्होंने भारतीय सेना के पराक्रम का उल्लेख करते हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सेना का अभिनंदन किया और चेताया:
“अब भारत बदल गया है, जो हम पर हाथ डालेगा, वह खत्म कर दिया जाएगा।”
📈 उन्होंने उत्तर प्रदेश की स्थिति पर कहा—
“आज यूपी मतलब है सुशासन, कानून का राज। बिना कानून के विकास संभव नहीं।”
👩🌾 किसानों, महिलाओं और भारत के भविष्य पर दृष्टि
धनखड़ ने महिलाओं की बढ़ती भागीदारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब संसद और विधानसभा में आरक्षण है, सेना में महिलाएं शामिल हैं। साथ ही उन्होंने कहा:
“मैं किसान का दर्द समझता हूं। विकसित भारत बनेगा, किसान ने ठान लिया है।”
🌿 पौधारोपण कर दी माताजी को श्रद्धांजलि
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ ने अपनी स्वर्गीय माताजी केसरी देवी एवं भगवती देवी की स्मृति में जीआईसी मैदान पर पौधारोपण किया।
🌟 मंच की गरिमा बढ़ाने वाले प्रमुख अतिथि:
इस आयोजन में मंच पर उपस्थित रहे—
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हरियाणा के राज्यपाल बंगारू दत्तात्रेय
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल
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महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति प्रो. राम शंकरराव शिंदे