केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की संकल्पबद्ध पहल पर बिहार के बक्सर जिले को डाक मंडल के गठन का आदेश जारी कर दिया गया हैl
जिसके अंतर्गत डाक अधीक्षक की नियुक्ति को भी औपचारिक स्वीकृति मिल गई है।
यह निर्णय प्रशासनिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है, साथ ही यह बक्सर की जनता के धैर्य, संघर्ष और नेतृत्व की सकारात्मक परिणति है।
1991 से लंबित मांग को मिला समाधान
1991 में भोजपुर से अलग होकर स्वतंत्र जिला बनने के बाद बक्सर को अब तक अपना स्वतंत्र डाक अधीक्षक नहीं मिला था। नतीजतन, जिले के नागरिकों को डाक सेवाओं से जुड़ी शिकायतों व कार्यों के लिए भोजपुर (आरा) पर निर्भर रहना पड़ता था।
वर्षों से यह मांग विभिन्न मंचों पर उठती रही, लेकिन कोई ठोस पहल नहीं हो सकी। यह स्थिति तब बदली जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष यह मांग रखी गई। मंत्री ने तुरंत गंभीरता दिखाई और समाधान का आश्वासन दिया, जो अब मूर्त रूप ले चुका है।
स्थानीय जनता ने जताया आभार
बक्सर के नागरिकों ने इस निर्णय पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे “स्वाभिमान की बहाली” बताया। उनका कहना है कि वर्षों बाद अब उन्हें डाक सेवाओं पर सीधा अधिकार और बेहतर सुविधा मिलेगी।
अब रफ्तार पकड़ेगी डाक सेवा
डाक अधीक्षक की नियुक्ति से न केवल डाक सेवाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता में वृद्धि होगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी डाक की पहुँच और विश्वसनीयता मजबूत होगी। इसके साथ ही शिकायतों का त्वरित निपटारा, कार्यक्षमता की निगरानी और कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित हो सकेगी।
जनसेवा के संकल्प की पूर्ति
यह नियुक्ति सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का सम्मान है। यह उपलब्धि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के संवेदनशील, सक्रिय और जनहितकारी नेतृत्व की मिसाल है, जिसने वर्षों पुरानी समस्या को स्थायी समाधान दिया।