कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रुचिका चौहान ने नगर निगम आयुक्त सहित सभी अधिकारियों को एडवायजरी का पालन कराने के दिए सख्त- निर्देश
ग्वालियर। गर्मी के मौसम में अग्नि दुर्घटनाआें से बचाव एवं सुरक्षा के संबंध में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रुचिका चौहान द्वारा विस्तृत एडवायजरी जारी की गई है। उन्होंने उद्योगों, मैरिज गार्डन, अस्पतालों, स्कूल, कोचिंग इंस्टीट्यूट, होटल व रेस्टोरेंट एवं बैंक सहित अन्य संस्थानों में इस एडवायजरी का पालन कर अग्नि दुर्घटनायें रोकने के लिये पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं संस्थानों के संचालकों को दिए हैं।
कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि नगर निगम सीमा के अंतर्गत संचालित प्रतिष्ठानों में अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित कराएँ। इसी तरह जिला शिक्षा अधिकारी को शिक्षण संस्थाओं एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अस्पताल व नर्सिंग होम में अग्नि दुर्घटनायें रोकने के लिये सुरक्षा मानकों का पालन कराने की हिदायत उन्होंने दी है।
— जानिए क्या है पूरी एडवायजरी
विद्युत सुरक्षा से संबंधित सामान्य सावधानियाँ –
- फायर सेफ्टी ऑडिटः समय-समय पर आग से बचाव की व्यवस्था की जाँच कराएँ।
- फायर अलार्म सिस्टमः आधुनिक और कार्यशील फायर अलार्म सिस्टम लगाएँ।
- फायर एक्सटिंग्विशर (अग्निशामक यंत्र) उचित प्रकार के अग्निशामक यंत्र उपलब्ध कराएँ और उनकी वैधता की जाँच करें।
- ओवरलोडिंग से बचें एक ही सॉकेट में कई उपकरण लगाने से शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
- फ्यूज और सर्किट ब्रेकर (डब्ठ) का सही उपयोग करें यह बिजली के झटकों और आग से बचाव करता है।
- इलेक्ट्रिक उपकरणों की नियमित जाँच करें विशेष रूप से पुराने और खराब उपकरणों को बदलें।
- तारों को ढककर न रखें कालीन या फर्नीचर के नीचे तार दबाने से गर्मी बढ़ सकती है और आग लग सकती है।
- इन्वर्टर और बैटरी की सुरक्षा सुनिश्चित करें अधिक गरम होने से आग लग सकती है, इसलिए वेंटिलेशन का ध्यान रखें।
- आपातकालीन निकास (म्उमतहमदबल म्Ûपज) सभी निकास मार्ग साफ रखें और उन पर स्पष्ट संकेत हों।
- फायर ड्रिल और प्रशिक्षणः कर्मचारियों, छात्रों, और स्टाफ को नियमित रूप से आग से बचाव का प्रशिक्षण दें।
11 . ज्वलनशील पदार्थों का सुरक्षित भंडारणः पेट्रोल, डीजल, केमिकल आदि को उचित कंटेनरों में रखें । - स्मोक डिटेक्टर और स्प्रिंकलर सिस्टमः धुएं का पता लगाने वाले और आग बुझाने वाले सिस्टम लगवाए जांए।
- आपातकालीन संपर्क नंबरः फायर ब्रिगेड और अन्य आपातकालीन सेवाओं के नंवर आसानी से उपलब्ध रखें।
- आपातकालीन नंबर (थ्पतम ठतपहंकम-101) हमेशा उपलब्ध रखें जिससे तुरंत मदद मिल सके।
नगर निगम से अपेक्षित कार्यवाही - अग्निशमन दल की तैयारी फायर ब्रिगेड की तत्परता सुनिश्चित करना।
- अग्निशमन यंत्रों की उपलब्धता सरकारी व निजी भवनों में अग्निशमन यंत्र लगवाना।
- बिल्डिंग कोड लागू करना अग्नि सुरक्षा मानकों के अनुसार निर्माण कार्य सुनिश्चित कराना तथा निरंतर समीक्षा कराकर मानकों का पालन कराया जाना।
- जनजागरूकता अभियान आग से बचाव के उपायों पर नागरिकों को शिक्षित करना।
- मार्केट और औद्योगिक क्षेत्रों का निरीक्षण वहां अग्नि सुरक्षा मानकों की जांच करना।
- विद्युत लाइनों की नियमित जांच शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटनाओं को रोकना।
- अवैध गैस रिफिलिंग पर रोक अवैध रूप से गैस सिलेंडर भरने वालों पर कार्रवाई।
- संकीर्ण गलियों में फायर ट्रक पहुंच सुनिश्चित करना सड़क चौड़ीकरण एवं बाधाओं को हटाना।
- अग्नि सुरक्षा अभ्यास- नागरिकों एवं संस्थानों जैसे एसडीआरएफ के साथ मॉक ड्रिल करना।
- फायर अलार्म सिस्टम की अनिवार्यता व्यावसायिक इमारतों में फायर अलार्म लगवाना।
- रासायनिक गोदामों का निरीक्षण ज्वलनशील पदार्थों की सही स्टोरेज सुनिश्चित करना।
- हाई राइज़ बिल्डिंगों का फायर ऑडिट हाई राइज़ बिल्डिंगों का नियमित फायर ऑडिट करवाना।
— वन विभाग से अपेक्षित कार्यवाही - जंगलों में आग पर निगरानी रखने हेतु वनों में अग्नि सुरक्षा टावरों की स्थापना
- फायर लाइन बनाना जंगल में आग फैलने से रोकने हेतु अलग-अलग हिस्सों को काटकर लाइन बनाना।
- गश्ती दल तैनात करना जंगलों में आग लगने की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए।
- स्थानीय समुदायों को प्रशिक्षित करना सिखाना। गांवों के लोगों को जंगल की आग रोकने के उपाय
- सूखे पत्तों व टहनियों की सफाई जंगल में आग लगने की संभावना को कम करना।
- वनाग्नि की पूर्व चेतावनी प्रणाली पूर्वानुमान लगाना। उपग्रह व अन्य तकनीकों से आग लगने की संभावना का
- वन क्षेत्र में धूम्रपान निषेध जंगलों में सिगरेट, बीड़ी आदि पर सख्त प्रतिबंध लगाना।
- जलस्रोतों का निर्माण आग बुझाने के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
- वनों में अग्नि-संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान हाई रिस्क जोन में सुरक्षा उपाय लागू करना।
— फसल अग्नि सुरक्षा के लिए विशेष सावधानियाँ - गेहूं, सरसों और अन्य फसलों की कटाई के बाद ठूंठ जलाने से बचें, यह आग फैलने का बड़ा कारण बनता है।
- कटाई के दौरान हार्वेस्टर के एग्जॉस्ट पाइप को चिंगारी रोकने वाले जाली से ढकें।
- फसलों के बीच और खेतों के किनारे 5-6 फीट चौड़ी फायर लाइन (नंगी मिट्टी की पट्टी) बनाएं।
- खेतों में सूखी घास या पराली को खुले में न छोड़ें, इन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखवायी जाए।
- आग बुझाने के प्राथमिक साधन जैसे पानी, मिट्टी या बालू की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
- तेज हवा वाले मौसम में फसल कटाई या अन्य कार्यों के दौरान आग के प्रति अतिरिक्त सतर्कता रखें।
- आकाशीय बिजली से बचने के लिए खेतों में ऊँचे पेड़ या तड़ित चालक (स्पहीजदपदह ।ततमेजवत) लगाने हेतु जागरूकता ।
- खेतों में मोटर पंप और विद्युत उपकरणों को उचित ग्राउंडिंग और अर्थिग के साथ लगाएं।
- खेतों में अस्थायी विद्युत कनेक्शन लेने पर सुरक्षा मानकों का पालन करें।
- ट्रांसफार्मर के आसपास सूखी घास और फसलों को इकट्ठा न होने दें।
- ग्रामीणों को प्रशिक्षित करना तथा फायर ब्रिगेड, बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन के आपातकालीन नम्बर उपलब्ध कराना।
— विवाह गार्डन एवं बैंक्वेट हॉल के लिए विशेष सावधानियाँ - फायर एनओसी (छव व्इरमबजपवद ब्मतजपपिबंजम) अनिवार्य कराएँ ।
- फायर एक्सटिंग्विशर और आपातकालीन निकास (थ्पतम म्क्पज) सुनिश्चित करें ताकि दुर्घटना के समय भागने का रास्ता साफ हो।
- टूटे या लटकते बिजली के तारों को तुरंत ठीक कराएं। ज्यादा बिजली लोड से बचें शादी में अत्यधिक सजावट और लाइटिंग से शॉर्ट सर्किट का खतरा रहता है।
- गैस सिलेंडर का सुरक्षित उपयोग करें किचन में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय रखें और गैस लीकेज की नियमित जाँच करें।
- पंडाल की सामग्री अग्निरोधी हो प्लास्टिक और ज्वलनशील सामग्री के उपयोग से बचें। आग बुझाने के साधन कर्मचारियों को प्रशिक्षित करें आग लगने की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देना जरूरी है।
- ब्सवेमक चतमउपेमे में पटाखों और आतिशबाजी से बचें यदि उपयोग करना आवश्यक हो, तो सुरक्षित दूरी पर करें।
— रेस्टोरेंट और होटल के लिए विशेष सावधानियाँ - फायर एनओसी (छव व्इरमबजपवद ब्मतजपपिबंजम) अनिवार्य कराएँ ।
- किचन में आग से सुरक्षा के उपकरण रखें फायर ब्लैकेट और फायर एक्सटिंग्विशर आवश्यक हैं।
- गैस चूल्हे और पाइपलाइन की नियमित जाँच करें लीकेज से बचने के लिए रेगुलर मेंटेनेंस करें।
- इलेक्ट्रिक वायरिंग की सुरक्षा सुनिश्चित करें- खराव वायरिंग से आग लगने का बड़ा खतरा रहता है।
- आपातकालीन निकासी योजना बनाएं कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए इमरजेंसी प्लान तैयार करें।
- धूम्रपान निषेध क्षेत्र (छव ैउवापदह र्वदम) सुनिश्चित करें होटल और रेस्टोरेंट में खुलेआम धूम्रपान न होने का पालन करावें।
— कोचिंग इंस्टीट्यूट और स्कूल के लिए विशेष सावधानियाँ - फायर ड्रिल करवाएँ छात्रों और शिक्षकों को आग से बचने की ट्रेनिंग दें।
- आपातकालीन निकासी मार्ग (म्उमतहमदबल म्Ûपज) खुला रखें किसी भी परिस्थिति में रास्ते को अवरुद्ध न करें।
- फायर अलार्म और स्मोक डिटेक्टर लगाएँ ताकि आग लगने पर तुरंत सतर्क हुआ जा सके।
04 . क्लासरूम में ज्वलनशील पदार्थ न रखें कागज और लकड़ी जैसे सामान को सुरक्षित रखें। - किसी भी शॉर्ट सर्किट की शिकायत को अनदेखा न करें तुरंत इलेक्ट्रीशियन से ठीक करवाएँ।
— अस्पतालों के लिए विशेष सावधानियाँ
- मरीजों की सुरक्षा के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों का सही ढंग से भंडारण करें।
- अस्पताल में फायर-प्रूफ सामग्री का अधिक उपयोग करें।
- बिजली के उपकरणों (जैसे म्ब्ळ, डत्प्, वेंटिलेटर) की वायरिंग की जाँच करें
- मरीजों की निकासी (मअंबनंजपवद) के लिए आपातकालीन योजना तैयार करें।
- दवाओं और अन्य ज्वलनशील सामग्री के भंडारण हेतु सुरक्षा मानकों का पालन करें।
— कार्यालयों के लिए विशेष सावधानियाँ - अधिक चार्जिंग पॉइंट और एक्सटेंशन बोर्ड का अनावश्यक उपयोग न करें।
- सभी कर्मचारियों को फायर अलार्म सिस्टम और निकास मार्ग की जानकारी दें।
- एयर कंडीशनर, कंप्यूटर, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को उपयोग न होने के समय मेन स्विच से बंद करें।
- किचन एरिया (यदि कोई हो) में आग बुझाने के विशेष उपकरण रखें।
— वेयरहाउस और गोदामों के लिए विशेष सावधानियाँ - गोदाम में सामान को उचित तरीके से व्यवस्थित करें ताकि हवा का संचार बना रहे।
- भारी लोडिंग के कारण तारों और बिजली उपकरणों पर अत्यधिक दबाव न डालें।
- ज्वलनशील सामग्री और अन्य सामानों के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
- रसायनों और खतरनाक पदार्थों के लिए विशेष फायर सेफ्टी मानकों अनुसार उपाय करें।
- ट्रक, फोर्कलिफ्ट आदि में नियमित रूप से वायरिंग और ईंधन टैंक की जाँच करें।